मनोज कुमार
उत्तर प्रदेश: मेरठ जिले के किठौर थाना क्षेत्र के तेजपुरी गांव में पिंकी हत्याकांड का पुलिस ने बड़ा ही चौंकाने वाला खुलासा किया है। पुलिस के अनुसार खादर स्थित शिव सदन कृषि फार्म के मैनेजर कालूराम को फंसाने के लिए गांव के ही राजेंद्र सिंह ने पिंकी के पिता देवेंद्र को दस लाख रुपए देकर हत्या कराई थी। ताकि पिंकी हत्याकांड में कालू जेल चला जाए और उसकी 12 एकड़ जमीन पर राजेंद्र सिंह का काबिज हो जाएगा। पुलिस ने राजेंद्र सिंह और सौतेला पिता देवेंद्र को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयोग हुआ तमंचा बरामद कर लिया।
किठौर थाना क्षेत्र के तेजपुरी गांव के खादर स्थित शिव सदन कृषि फार्म में देवेंद्र पुत्र रामस्वरूप काम करता है। देवेंद्र मूलरूप से संभल के मंडोली का रहने वाला है। देवेंद्र की 15 वर्षीय बेटी पिंकी को आठ दिन पहले संदिग्ध परिस्थिति में गोली लगी थी। जिसकी गुरुवार रात को मौत हो गई। राजेंद्र ने ठेकेदारी के पैसे को मांगने को लेकर बेटी की हत्या में कालूराम को नामजद करते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
पुलिस जांच में सामने आया की पिंकी देवेंद्र की सौतेली बेटी थी। पिंकी कुछ मंदबुद्धि थी जिस कारण देवेंद्र मन ही मन नफरत करता था और उससे छुटकारा पाना चाहता था। देवेंद्र कालूराम के पास नौकरी करता था। राजेंद्र का कालूराम से लगभग 12 एकड़ जमीन को लेकर झगड़ा चल रहा था। पिंकी के पिता देवेंद्र का राजेंद्र से अच्छा मेल जोल था। तथा राजेंद्र को यह पता था कि वह पिंकी से नफरत करता है। इसी बात का फायदा उठाकर उसने देवेंद्र को 10 लाख का लालच दिया और कहा की अपनी बेटी को मारकर कालूराम पर हत्या का आरोप लगा दे।
जिसके बाद राजेंद्र ने देवेंद्र को एक तमंचा और कारतूस दिए और एक अक्टूबर की रात को दोनो ने मिलकर उसको एक खेत में ले जाकर गोली मार दी। पिंकी को गोली मारकर सौतेले बाप देवेंद्र ने गांव में आकर कहा की मजदूरी के पैसे मांगने को लेकर कालूराम ने उसकी बेटी को गोली मार दी। घायल पिंकी को अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसकी गुरुवार को मौत हो गई। जिससे मुकदमा हत्या में तामीर हो गया। किठौर थाना प्रभारी निरीक्षक अरविंद मोहन शर्मा ने बताया कि हत्या में प्रयुक्त तमंचा बरामद कर दोनो आरोपियों देवेंद्र और राजेंद्र को गिरेफ्तार कर जेल भेज दिया हैं।