मेरठ में डी-170 गिराेह के लीडर सलमान को शादी से एक दिन पहले जिला बदर कर दिया है। 6 महीने तक अब सलमान मेरठ की सीमा में नहीं रह सकता है। सलमान की 23 नवंबर को बुलंदशहर के सिकंदराबाद में बरात जानी है। 26 नवंबर को मेरठ के कैसल व्यू मंडल में वलीमा है। सलमान की घेराबंदी के लिए पुलिस तैनात कर दी गई है।
कोतवाली के इस्माइल नगर निवासी सलमान पुत्र निजामुद्दीन पर अपर जिला मजिस्ट्रेट नगर के द्वारा 3,4 गुंडाएक्ट लगा दी गई है। 21 नवंबर से 6 महीने तक वह मेरठ में नहीं आ सकता है। कोतवाली पुलिस ने उसके घर जिला बदर का नोटिस चस्पा कर दिया है। सलमान छह माह पहले ही जेल से छूटकर आया था। उसके बाद से वह दिल्ली में रह रहा था। इसी बीच सलमान की शादी सिकंदराबाद की युवती से तय हो गई। मंगनी दिल्ली में हो चुकी है। 23 नवंबर को उसकी बारात जानी है। शादी और वलीमे के लिए परिवार और रिश्तेदार आ चुके हैं। परिवार के लोग शादी को लेकर परेशान हैं। एसएसपी डॉ. विपिन ताडा का कहना है कि सलमान को जिला बदर कर उसके घर पर नोटिस लगा दिया है। 6 महीने तक वह मेरठ की सीमा में प्रवेश नहीं कर सकता है। पुलिस टीम घर की निगरानी कर रही है।
सलमान और शारिक गैंग के बीच चल रही है गैंगवार
सलमान और शारिक गैंग के बीच लंबे समय से गैंगवार चल रही है। गाजी बिरादरी के सलमान और शारिक में 10 वर्ष पहले रंजिश शुरू हुई थी। हथियारों की सप्लाई और सट्टे की वसूली को लेकर दोनों पक्षों के लोगों की हत्याएं हुईं। 26 दिसंबर 2016 को बिलाल हत्याकांड में सलमान जेल गया था। उससे मिलाई कर लौट रहे किन्नर शमशाद की जेल चुंगी के पस हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में शारिक और फाइक दोनों भाईयों को नामजद किया गया था। 16 मई 2017 को शारिक और फाइक के करीबी माने जाने वाले किन्नर पूर्व पार्षद फाको की हत्या कर दी गई। इस हत्या का आरोप भी सलमान पर लगा। इसके बाद किन्नर शमशाद की हत्या के मामले में गवाह बने पार्षद आरिफ और उसके दोस्त शादाब उर्फ भूरा की नौ जुलाई 2017 को हत्या कर दी गई। पार्षद आरिफ और शादाब हत्याकांड में डी-103 गिरोह के सरगना शारिक और उसके तीन भाई व पुत्र समेत सात को उम्र कैद की सजा हो चुकी है।