मनोज कुमार
मेरठ: चर्चित दीपक त्यागी हत्याकांड की जांच मेरठ रेंज आईजी प्रवीण कुमार ने बागपत पुलिस को जांच सौंप दी है। जांच मिलने के बाद बागपत एसओजी टीम शुक्रवार को खजूरी गांव पहुंची और जांच शुरू की। दीपक हत्याकांड को लेकर उसके परिजन अभी भी धरने पर बैठे हैं हालांकि राज्यमंत्री दिनेश खटीक के आश्वासन के बाद दीपक के कटे सिर का अंतिम संस्कार कर दिया था।
दरअसल आपको बता दें कि मेरठ जिले के किला परीक्षितगढ़ थाना क्षेत्र के खजूरी गांव निवासी दीपक त्यागी पुत्र धीरेंद्र त्यागी की नृशंस हत्या कर का कातिल उसकी गर्दन काट कर ले गए थे। पुलिस ने सातवें दिन उसकी गर्दन बरामद कर केस का खुलासा कर दिया था। लेकिन परिजन इस हत्याकांड के खुलासे से संतुष्ट नहीं थे जिसके बाद दीपक के परिजन उसके सिर को सड़क पर रखकर सही खुलासे की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए थे।
परिजनो ने 5 सूत्रीय ज्ञापन एसएसपी और डीएम को सौंपा था। जिसमें परिजनों ने मेरठ पुलिस पर अविश्वास जताते हुए जांच को किसी दूसरे जिले के एसपी एसएसपी से कराने की मांग की थी। ग्रामीणों ने मांगें आठ अक्तूबर तक पूरी न होने पर ग्रामीणों ने नौ अक्तूबर को महापंचायत का एलान किया हुआ है। जिसके चलते आईजी मेरठ रेंज प्रवीण कुमार ने मेरठ पुलिस से विवेचना हटाकर एसपी बागपत को सौंप दी।
जिसके पश्चात शुक्रवार को बागपत एसओजी प्रभारी तपेश्वर सागर अपनी टीम को लेकर खजूरी गांव में पहुंच गए। पूरी घटना का क्राइमसीन कराया और पीड़ित परिवार से जानकारी ली। पीड़ित परिवार ने जिन-जिन लोगों पर हत्या करने का शक जताया है। उन सभी से दोबारा से बागपत पुलिस पूछताछ करेगी।
शुक्रवार को राज्यमंत्री सोमेंद्र तोमर और पूर्व जिला अध्यक्ष शिव कुमार राणा धरना स्थल पर पहुंचे। इस दौरान मृतक के पिता धीरेंद्र ने मंत्री के सामने फूट-फूटकर रोने लगे। उन्होंने कहा कि मेरे बेटे दीपक की निर्मम हत्या की गई है। उन्होंने कहा कि जिस गड्ढे से पुलिस ने बेटे का सिर बरामद किया है, वह गड्ढा मात्र छह इंच का था।
धीरेंद्र को रोता देख वहां मौजूद लोगों की आंखें भी नम हो गईं। धरने पर बैठे ग्रामीणों ने राज्यमंत्री सोमेंद्र तोमर से हत्या का सही खुलासा और दोषी पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। यही नहीं पूर्व कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर व राज्यमंत्री दिनेश खटीक की कॉल डिटेल निकलवाने की भी मांग की।