उत्तर प्रदेश: गोरखपुर जिले में गीडा थाना क्षेत्र के मल्हीपुर गांव में दुबई से कमाकर लौटे रामानंद विश्वकर्मा की हत्या उसकी पत्नी ने अपने प्रेमी और उसके दोस्त के साथ मिलकर की थी। आरोपी पत्नी और उसके प्रेमी को पुलिस ने गिरफ्तार कर घटना का पर्दाफाश किया। जांच में पता चला कि पत्नी ने घरवालों के खाने में नींद की गोली मिलाकर देने के बाद प्रेमी और उसके दोस्त संग मिलकर हत्या कर शव को पोखरे में फेंका था। हत्या में शामिल प्रेमी का दोस्त अभी फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस टीम लगी है।
गोरखपुर के एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर व एसपी नार्थ मनोज अवस्थी ने पुलिस लाइंस में प्रेस कांफ्रेंस कर घटना का पर्दाफाश करते हुए बताया कि मल्हीपुर निवासी रामानंद विश्वकर्मा की दिसंबर 2020 में चिलुआताल निवासी सीतांजली नामक युवती से शादी हुई थी। शादी के दो महीने बाद फरवरी 2021 में रामानंद दुबई कमाने चला गया। इस बीच सीताजंली का रामानंद की बहन के देवर बृजमोहन विश्वकर्मा से प्रेम संबंध हो गया। करीब तीन महीने पहले पत्नी सीतांजली को पता चल गया कि उसका पति दुबई से लौटने वाला है। इसकी जानकारी उसने प्रेमी बृजमोहन को दी। इसके बाद दोनो ने मिलकर उसकी हत्या की साजिश रची।
पांच अप्रैल को रामानंद फ्लाइट से लखनऊ में उतरा। वहीं से प्रेमी बृजमोहन अपने दोस्त अभिषेक चौहान के साथ रामानंद के पीछे लग गया। बस में भी हत्या का मौका नहीं मिलने पर रामानंद गांव आ गया। तीनो के बीच तय हुआ कि गांव के बाहर उसको मरेंगे। जिसके बाद पत्नी ने षड्यंत्र रचते हुए अगली सुबह पिज्जा लेने के बहाने पति को बाहर भेजा, लेकिन गांव वाले पोखरे के पास मौजूद थे और हत्या नहीं कर पाए। फिर तीनों ने आपस में बातचीत की और तय किया गया कि खाने में नींद की गोली देने के बाद हत्या की जाएगी।
एसएसपी ने बताया कि बृजमोहन ने अपनी प्रेमिका को नींद की गोली लाकर दे दी। उसने रात में घर के खाने में नींद की गोली मिलाकर दे दी। खाना खाने के बाद सभी गहरे नींद में चले गए। रामानंद शराब भी पिए हुए था इस वजह से वह पूरी तरह से बेहोश हो गया। पत्नी ने फोन कर प्रेमी को बताया तो बृजमोहन अपने दोस्त अभिषेक को लेकर छत के रास्ते कमरे में दाखिल हो गया। पत्नी सीतांजली ने कमरे में सो रहे रामानंद के पैर को पकड़ लिया, अभिषेक ने उसके सीने पर चढ़कर दोनों हाथ को पकड़ा और बृजमोहन ने दुपट्टा से गला कसकर हत्या कर दी।
हत्या के बाद तीनों मिलकर शव को छत पर ले गए और फिर दुपट्टा के सहारे नीचे उतारकर रामानंद के शव को गांव के बाहर ले जाकर पोखरे में फेंक दिए। एसएसपी ने बताया कि हत्या के बाद दोनों कातिल बस से कानपुर चले गए जहां से बृजमोहन दिल्ली चला गया और अभिषेक मध्य प्रदेश चला गया। सात अप्रैल को पोखरे में रामानंद की लाश मिली। घरवालों ने शव मिलने के बाद डूबने से मौत मान लिया लेकिन पुलिस को पहले दिन ही शक हो गया था। मौका-ए-वारदात का निरीक्षण के बाद पुलिस को शक था कि इसकी हत्या की गई है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस को यकीन हो गया। खुलासे के बाद हर कोई हैरान है। एसएसपी ने टीम में शामिल एसओ मदन मोहन मिश्रा, उप निरीक्षक शिव प्रकाश सिंह, चौकी प्रभारी आलोक राय और उनकी टीम को इनाम दिया।