हापुड़ में पिलखुवा कोतवाली क्षेत्रांतर्गत आने वाले मौहल्ला सद्दीकपुरा निवासी 22 वर्षीय विवाहित नेहा की संदिग्ध स्थिति में मौत हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्टीकरण नहीं होने के चलते मृतिका का बिसरा जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है। पुलिस ने पीड़ित पिता की तहरीर के आधार पर पति सहित चार लोगों के विरुद्ध दहेज हत्या का मुकदमा पंजीकृत कर अग्रिम कार्यवाही शुरू कर दी है।
बता दें कि 24 अगस्त की रात्रि में 22 वर्षीय विवाहिता नेहा की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई थी। जिसको ससुराल पक्ष के लोग सामान्य बीमारी के चलते होना बता रहे थे। जिसमें घटना की सूचना मिलने पर पुलिस ने मृतक्का का पोस्टमार्टम कराया। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का स्पष्टीकरण नहीं होने के चलते मृतिका के बिसरे को जांच हेतु प्रयोगशाला भेजा गया है। जिसके चलते मृतिका के पिता तारीक सिंह निवासी बुलंदशहर ने पिलखुवा कोतवाली में दी गई।
तहरीर में उल्लेख किया है कि नेहा के ससुराल पक्ष के लोग दहेज में बाइक एवं अन्य सामान की मांग कर रहे थे। जिसको लेकर बुलंदशहर कोर्ट में केस दर्ज कराया गया था। इसी दौरान नेहा का पति तस्लीम कुछ दिन पूर्व ही उसकी बेटी नेहा को मायके से लेकर आया था। जहां दहेज के लिए प्रताड़ित करने के चलते उसकी बेटी की हत्या की गई है। वही इस मामले को लेकर सीओ स्तुति सिंह का कहना है कि पिता की तहरीर के आधार पर पति तस्लीम,जेठ मोहसिन,देवर नदीम, नंद मोहसिना, के विरुद्ध बी एन एस 85/80 (2)3/4 दहेज प्रतिषेध अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है।
भूपेन्द्र वर्मा- संवाददाता