GRP ने मुरादाबाद के एक युवक को दबोचा है जो फर्जी विजिलेंस इंस्पेक्टर बनकर रेलवे में वसूली कर रहा था। जीआरपी को काफी समय से एक फर्जी इंस्पेक्टर के वसूली करने की जानकारियां मिल रही थीं। जीआरपी की टीम ने जाल बिछाकर इस फर्जी विजिलेंस इंस्पेक्टर को सहारनपुर से धर दबोचा।
जीआरपी का कहना है कि मुरादाबाद में बुद्धि विहार आवास विकास निवासी लाखन मेहता उर्फ लखन मेहता (27 साल) पुत्र आशीष मेहता को 16 सितंबर को सहारनपुर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया है। वहां वो फर्जी विजिलेंस इंस्पेक्टर बनकर रेलवे कर्मचारियों से वसूली करने की फिराक में था। उसे प्लेटफॉर्म नंबर 4 पर पार्सल कार्यालय के पास से अरेस्ट किया गया। जीआरपी का कहना है कि पूछताछ में लाखन उर्फ लखन मेहता ने बताया कि वो रेलवे की वर्किंग को काफी अच्छे से जानता है। रेलवे में विजिलेंस का काफी भय और प्रभाव है। इसीलिए उसके मन में फर्जी विजिलेंस इंस्पेक्टर बनकर वसूली का ख्याल आया। वह रेलवे कर्मचारियों को अपनी तैनाती रेलवे बोर्ड नई दिल्ली में बताकर उन्हें नौकरी जाने का भय दिखाकर उनसे वसूली करता था।