Atiq Murder: अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद हत्याकांड को लेकर सोमवार को बड़ा खुलासा हुआ है। जांच में सामने आया है कि तीनों हत्यारों का आपस में बड़ा कनेक्शन है। यह भी पता चला है कि हत्याकांड को अंजाम देने के लिए तीनों को 10-10 रूपए की एडवांस सुपारी दी गई थी। इसके अलावा अत्याधुनिक हथियार भी आरोपियों को दिए गए थे।
NBT मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सनी सिंह‚ लवलेश तिवारी और अरुण मोर्या पहले से ही एक दूसरे को जानते थे। आरोपियों में मौजूद सनी सिंह हिस्ट्रीशीटर है और उसके खिलाफ 18 मामले दर्ज है। यह भी जांच में सामने आया है कि सनी सिंह हमीरपुर जेल में बंद था‚ इसी दौरान लवलेश तिवारी भी एक लड़की को चांटा मारने के आरोप में जेल में पहुंचा।
जेल में ही उसकी मुलाकात सनी सिंह से हुई थी। तीसरा आरोपी अरुण मौर्य सनी सिंह का दोस्त था। इस प्रकार सनी सिंह और लवलेश और अरुण के बीच नजदीकी बढ़ी। मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि तीनों को 10-10 लाख रूपए एडवांस दिए गए थे। हैंडलर ने रुपयों के साथ अत्याधुनिक हथियार भी और उपलब्ध कराए थे। अतीक और अशरफ अहमद की हत्या के लिए पहले से ही तीनों ने प्लानिंग कर ली थी‚ और योजना के अनुसार हत्याकांड को अंजाम दिया।
आपको बता दें कि इस मामले में तीन सदस्यीय जांच आयोग का गठन किया गया है। जांच कमेटी 2 माह में सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। इस कमेटी में रिटायर्ड जज अरविंद त्रिपाठी की अध्यक्षता में दो अन्य लोग मौजूद है। इन लोगों में रिटायर्ड जज बृजेश कुमार सोनी और पूर्व डीजीपी सुबेश कुमार सिंह को रखा गया है।