मनोज कुमार
मेरठ: किला परीक्षित थाना क्षेत्र के ग्राम खजूरी में दीपक की मौत के खुलासे को लेकर ग्रामीणों का धरना 24 घंटे बाद राज्यमंत्री दिनेश खटीक के आश्वाशन पर काफी जद्दोजहद के बाद जाम खोल दिया है। दीपक के परिजन कटे सिर को लेकर अंतिम संस्कार के लिए गंगा के लिए रवाना हो गए हैं । वहीं ग्रामीणों का कहना है कि अधिकारियों को नौ अक्तूबर तक का समय दिया गया है। अगर इंसाफ नहीं मिला और उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो खजूरी गांव में महापंचायत होगी।
दरअसल आपको बता दें कि 27 सितंबर को खजुरी निवासी दीपक त्यागी की सिर काटकर हत्या कर आरोपी सिर को अपने साथ ले गए थे। तभी से ग्रामीणों में पुलिस के प्रति रोष व्याप्त था। लगातार 6 दिन की खोजबीन के बाद दो आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने रविवार रात लगभग 2:00 बजे दीपक का सिर घटनास्थल के पास से बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। सोमवार शाम पोस्टमार्टम के बाद दीपक का सिर गांव में पहुंचा तो मुख्य मार्ग पर सिर रखकर जाम लगा दिया।
मंगलवार दोपहर को मेरठ डीएम दीपक मीणा व एसएसपी रोहित सिंह सजवान धरना स्थल पर पहुंचे तथा ग्रामीणों व परिजनों से वार्ता की। जहां परिजनों ने 5 सूत्रीय ज्ञापन डीएम को सौंपा। जिसमें इस मामले की सीबीआई से जांच कराने,पीड़ित परिजनों को शस्त्र लाइसेंस, पीड़ित परिवार को एक करोड़ की आर्थिक सहायता व एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दिलाने और लापरवाह पुलिस अफसरों पर करवाई की मांग की थी। डीएम दीपक मीणा ने कहा कि उक्त मांगों के मामले में वे शासन को अवगत कराएंगे। मगर इसके बाद भी ग्रामीण शांत नहीं हुए तथा धरना जारी रखा।
मंगलवार शाम को 5:00 बजे राज्य मंत्री दिनेश खटीक व पूर्व विधायक सत्यवीर त्यागी धरनास्थल पर पहुंचे तो ग्रामीणों ने राज्य मंत्री को उक्त पांच मांगों से अवगत कराया। दिनेश खटीक के आश्वासन पर ग्रामीणों ने काफी जद्दोजहद के बाद लगभग 6:00 बजे जाम खोल दिया। जिसके पश्चात परिजन और ग्रामीण दीपक के सिर का अंतिम संस्कार करने के लिए गंगाजी ले गए।