अमृतसर: स्वर्ण मंदिर के बाहर सेवा कर रहे पूर्व डिप्टी सीएम पर फायरिंग, पुलिस ने हमलावर को दबोचा

Manoj Kumar
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अमृतसर स्थित गोल्डन टेंपल के गेट पर सेवादार बनकर बैठे पंजाब के पूर्व डिप्टी CM सुखबीर सिंह बादल पर फायरिंग की गई। वारदात के वक्त हमलावर ने जैसे ही उन पर गोली चलाई तो सिविल वर्दी में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उसका हाथ पकड़ कर ऊपर उठा दिया, जिससे गोली गोल्डन टेंपल की दीवार पर जा लगी। जिस कारण सुखबीर सिंह बादल बाल-बाल बच गए। हमलावर ने फरार होने की कोशिश की, लेकिन  पुलिसकर्मियों ने उसे दबोच लिया। सिखों की सर्वोच्च अदालत अकाल तख्त ने पूर्व सीएम सुखबीर सिंह को डेरा सच्चा सौदा के मुखी राम रहीम को माफी देने को लेकर यह सजा दी है।

फायरिंग के बाद सुरक्षा घेरा बनाते हुए सुरक्षाकर्मी

वारदात के बाद पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत भुल्लर गोल्डन टेंपल पहुंचे। उन्होंने कहा कि आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उससे सुखबीर पर हमला करने की वजह के बारे में पूछताछ की जा रही है।हमलावर आरोपी की पहचान गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक का रहने वाला नारायण सिंह चौड़ा के रूप में हुई है। वह सिख संगठन दल खालसा का मेंबर बताया जा रहा है। सुखबीर बादल को तुरंत सुरक्षा घेरे में ले लिया गया। गोल्डन टेंपल के बाहर भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।

दरअसल, सुखबीर बादल बुधवार को गोल्डन टेंपल में व्हीलचेयर पर बैठकर सेवादार की ड्यूटी कर रहे थे। पूर्व डिप्टी सीएम के वहां होने की वजह से उनके सुरक्षाकर्मी अलर्ट थे। बताया गया हमलावर नारायण सिंह चौड़ा खालसा दल का मेंबर गोल्डन टेंपल में माथा टेकने के बहाने आया। चौड़ा पहले वहां घूमता रहा, इसके बाद वह धीरे-धीरे गोल्डन टेंपल के गेट की तरफ बढ़ा।

जब उसकी सुखबीर बादल से दूरी चंद मीटर की रह गई तो उसने अपनी जैकेट के अंदर छुपाई पिस्टल निकाली और सुखबीर पर निशाना साधकर फायरिंग करने लगा। सुखबीर के सुरक्षाकर्मी उस पर पहले से नजर रख रहे थे। उन्होंने उसकी यह हरकत देख तुरंत उसका हाथ पकड़कर ऊपर को उठा दिया। जिससे गोली गोल्डन टेंपल की दीवार पर लगी। इसके बाद तुरंत पुलिस कॉन्स्टेबल रछपाल सिंह व परमिंदर सिंह ने उसे दबोच लिया।

घटना की जानकारी पर मौके पर पहुंचे अमृतसर पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने कहा- जब से सुखबीर बादल सेवा करने के लिए आए हैं तब से लगभग 200 पुलिस के मुलाजिम व बड़े अधिकारी नियुक्त किए गए थे। मुलाजिम रच्छपाल सिंह ने आरोपी को पास आते देखा और उसे फॉलो किया। जैसे ही उसने फायर करने की कोशिश की तो 3 मुलाजिमों ने मिलकर मोर्चा संभाला। मामले की गहराई से जांच की जाएगी। कोशिश की जाएगी कि कोई भी एंगल न छूटे।

डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा- श्री अकाल तख्त साहिब के आदेश पर एक सेवक की तरह सुखबीर बादल सेवा कर रहे थे। इस दौरान एक व्यक्ति द्वारा उन पर फायरिंग करने की कोशिश की गई। मगर मैं सच्चे पातशाह का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने अपने सेवक के सिर पर हाथ रख दिया और वे बच गए। इस घटना ही हम पार्टी की ओर से निंदा करते हैं। दरबार साहिब के बाहर ऐसे एक सेवक पर हमला होना गलत है। सीएम मान को पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।

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