Coal Levy Scam: कोयला लेवी घोटाले के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार सुबह छत्तीसगढ़ में 14 जगहों पर छापेमारी शुरू की. जिन परिसरों पर छापेमारी की जा रही है उनमें से कुछ कांग्रेस विधायकों और पदाधिकारियों से जुड़े हुए हैं।
सूत्रों के मुताबिक छापे मारे गए सभी स्थल छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी विधायकों और पदाधिकारियों के हैं. जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सुबह 11 बजे अपने आवास पर छात्र प्रेस मीट बुलाई है.
सूत्रों ने कहा कि छापेमारी में कांग्रेस के विभिन्न नेताओं राम गोपाल अग्रवाल, गिरीश देवांगन, आरपी सिंह, विनोद तिवारी विज्ञापन सनी अग्रवाल के आवासीय और कार्यालय परिसर शामिल हैं।
Chhattisgarh | Enforcement Directorate conducts searches at more than a dozen locations in the state in a mining case. The places being searched include residential & office premises of various Congress leaders
Visuals from the residence of Congress MLA Devendra Yadav in Raipur pic.twitter.com/mgOTiLFQJL
— ANI (@ANI) February 20, 2023
छत्तीसगढ़ कोयला घोटाला क्या है
ईडी के सूत्रों ने कहा, राज्य में परिवहन किए गए प्रत्येक टन कोयले के लिए 25 रुपये प्रति टन की अवैध लेवी वरिष्ठ नौकरशाहों, व्यापारियों, राजनेताओं और बिचौलियों से जुड़े एक कार्टेल द्वारा की जा रही थी। उन्होंने 2021 में औसतन 500 करोड़ रुपए जमा किए थे।
The Enforcement Directorate today conducted searches at more than a dozen locations in Chhattishgarh in a mining case. The places searched include residential and office premises of various Congress leaders. pic.twitter.com/ywnDB5n0aS
— ANI (@ANI) February 20, 2023
अक्टूबर 2022 में ईडी ने छत्तीसगढ़ के शीर्ष नौकरशाहों, राजनेताओं और व्यापारियों से जुड़े 40 ठिकानों पर छापेमारी कर 4 करोड़ रुपये नकद, करोड़ों रुपये के कीमती सामान और महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए थे.
इस मामले में अभी तक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उपसचिव सौम्या चौरसिया, विश्नोई, कोयला कारोबारी और कथित “घोटाले के मास्टरमाइंड” सूर्यकांत तिवारी, उनके चाचा लक्ष्मीकांत तिवारी और एक अन्य कोयला कारोबारी सुनील अग्रवाल को इस मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है.