Hapur News: जनपद में ग्रामीण अंचल एवं शहरी क्षेत्रों में लगने वाले हाट बाजारों में पॉलिथीन माफिया पॉलिथीन मुक्त भारत अभियान को खुलेआम लगा पलीता लगा रहे हैं। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पॉलिथीन माफिया बहुत बड़े पैमाने पर साप्ताहिक हाट बाजारों में स्थाई -अस्थाई दुकानदारों को पॉलिथीन सप्लाई कर रहे हैं। जबकि प्रशासन के द्वारा इस पॉलिथीन की बिक्री पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया हुआ है।
इस पॉलिथीन का सबसे बड़ा दुष्परिणाम गोवंशओ में देखने को मिल रहा है। क्योंकि पॉलिथीन में साग सब्जी फलों के छिलके इत्यादि भरकर सड़कों पर डाल देते हैं। जिसके चलते सड़कों पर घूमने वाले गोवंश भूख की चाह में इनको खा जाते हैं।
गत दिनों एक सोशल मीडिया पर गाय का ऑपरेशन कर पेट से 50 किलो पॉलिथीन निकालने की वीडियो तेजी से दौड़ी थी। तो प्रशासन के द्वारा पॉलिथीन विक्रेता एवं दुकानदारों पर शिकंजा कसने की कार्यवाही की गई थी तो कुछ समय के लिए इस गोरखधंधे पर प्रतिबंध लग गया था। जबकि सरकार के द्वारा इस पॉलिथीन को प्रमाणित पॉलिथीन के रूप में संचालित करने के आदेश जारी किए हुए हैं। लेकिन प्रमाणित पॉलिथीन दुकानदार इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं।
पॉलिथीन माफिया रातो रात अमीर होने की चाह में इस पॉलिथीन को ₹200 किलो से लेकर ₹300 किलो तक दुकानदार एवं बाजारों में साग सब्जी फल एवं अन्य सामान बिक्री करने वाले विक्रेताओं को सप्लाई कर रहे हैं। यदि प्रशासन के द्वारा अभियान चलाकर इस मामले को गंभीरता पूर्वक लिया जाए तो दुकानदारों के पास से कुंतलों के हिसाब में पॉलिथीन के बंडल एवं बोरे जब्त किए जा सकते हैं।
रिपोर्टर भूपेंद्र वर्मा