मनोज कुमार
मेरठ: पश्चिमी उत्तर प्रदेश में शनिवार सुबह से लगातार हो रही बारिश से लोगो का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।लगातार बारिश और तेज हवाओं के कारण धान की फसलें भी गिरकर पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। इसके साथ ही दलहन व तिलहन और सब्जी व्यवसाय से जुड़े किसानों को काफी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। लगातार हो रही भारी बारिश के कारण सड़कों और बाजारों में कर्फ्यू जैसा हाल है।
दरअसल, शनिवार को सुबह से लेकर शाम तक रुक-रुक कर बारिश होती रही। लेकिन शनिवार शाम से लगातार हो रही बारिश के बीच ठंड का एहसास हुआ और तापमान में भारी गिरावट हुई है। वहीं इस बारिश ने जीवन अस्त व्यस्त कर दिया। बारिश के कारण बाजार भी सूने रहे और सड़कों पर कर्फ्यू जैसे हालात हैं। व्यापारी दुकानों पर बैठकर ग्राहकों का इंतजार देख रहे हैं। बारिश के कारण लोगों का घर से निकलना दूभर हो गया है। लोग घरों में कैद होने को मजबूर हैं जिस कारण रविवार होने के बाद भी मुख्य बाजार से रौनक गायब है।
धान की फसल पककर तैयार है। कुछ किसानों की धान कटकर खेतो में ही पड़ी है जो पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। जिनकी फसल खड़ी है वो तेज़ हवा से गिर गई है। लगातार बारिश से पशुओं के चारे का संकट खड़ा हो गया है। बारिश की वजह से किसान खेतों से चारा भी नहीं ला पाए हैं। वहीं तिलहन और सब्जियों को फसल भी इतने ज्यादा बारिश से बर्बाद हो गई है। बाजारों में सब्जियों के दाम बढ़ गए है।
किसानों का कहना है पहले बारिश कम होने और फसलों में कीड़ा लगने व अन्य कई प्रकार की बीमारी से किसान परेशान था, लेकिन अब बारिश और तूफान ने फसल को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया हैं। लगातार हो रही बारिश का प्रभाव सबसे ज्यादा हरी सब्जियों पर पड़ रहा है।लगातार हो रही बारिश के चलते जहां हरी सब्जी बाजारों कम पहुंच रही है तो वही सब्जियों के दाम दो से तीन गुने हो गए है।बीते दो दिनों की तुलना में शलजम के दाम जहां दो गुने तो वही पालक के दाम तीन गुने हो गए है।सब्जी विक्रेता इकरामुद्दीन ने बताया की बारिश का हरी सब्जिया पर ज्यादा असर पड़ा।और पैदावार में कमी आई है।