उत्तर प्रदेश: अंबेडकरनगर जिले में एक गैंगरेप पीड़िता ने बुधवार सुबह घर में फांसी लगाकर जान दे दी। सूचना पर पहुंची पुलिस को ग्रामीणों ने किशोरी का शव नहीं उठाने दिया। जिसके बाद जिलाधिकारी सैमुअल पॉल एन ने गांव पहुंचकर थानाध्यक्ष मालीपुर चंद्रभान यादव को लाइन हाजिर और विवेचक दरोगा प्रमोद खरवार को निलंबित कर देने की जानकारी दी तब ग्रामीणों का आक्रोश शांत हुआ। इसके बाद शाम को पुलिस टीम पोस्टमार्टम के लिए शव ले जा सकी।
दरअसल, मालीपुर थाना क्षेत्र की एक 15 वर्षीय एक किशोरी का स्कूल जाते समय कटघर मूसा निवासी एक युवक ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर अपहृत कर लखनऊ के एक होटल में ले जाकर दुष्कर्म किया। वहां से निकलकर किसी तरह वह घर पहुंची और पूरी घटना अपने घर बताई। पीड़िता के पिता ने मालीपुर थाने में तहरीर देते हुए करवाई की मांग की। पुलिस ने अज्ञात के विरुद्ध अपहरण का केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी थी। मंगलवार को पुलिस टीम किशोरी के घर गई तो किशोरी ने कहा था कि यदि गिरफ्तारी जल्द न हुई तो वह आत्महत्या कर लेगी।
बुधवार सुबह किशोरी के परिजन कहीं बाहर गए हुए थे तो उसने घर में ही फंदा लगाकर फांसी लगा ली। गैंगरेप पीड़िता के आत्महत्या करने की खबर से सनसनी फैल गई। सूचना पर पहुंची पुलिस किशोरी के शव को पोस्टमार्टम हेतु ले जाने लगी तो परिजन व ग्रामीणों ने आरोपियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग को लेकर उसका शव नहीं उठने दिया। जानकारी पर जिलाधिकारी सैमुअल पॉल एन भी पीड़िता का गांव पहुंचे और थानाध्यक्ष मालीपुर चंद्रभान यादव को लाइन हाजिर और विवेचक दरोगा प्रमोद खरवार को निलंबित करने की जानकारी दी तब जाकर ग्रामीणों का आक्रोश शांत हुआ।
जिलाधिकारी ने सीडीओ की अध्यक्षता में एएसपी और एसडीएम जलालपुर की टीम से पूरे प्रकरण की जांच करने की घोषणा के साथ ही शासन से परिवार को आर्थिक सहायता दिलाने का भी भरोसा दिलाया। जिसके बाद शाम को पुलिस टीम किशोरी के शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जा सकी। एसपी अजीत कुमार सिन्हा ने बताया कि अपहरण का केस दर्ज था। किशोरी के कोर्ट में बयान के बाद दुष्कर्म की धारा बढ़ा दी गई थी। प्रकरण की विस्तृत जांच सभी बिंदुओं पर कराई जा रही है।