Meerut: मेरठ में अपने ही मासूम बच्चों की हत्या कराने वाली मां की हैवानिय के चर्चे पूरे देश में हो रहे हैं। हर कोई हैरान और परेशान है‚ सबकी जुंबा पर यही शब्द हैं कि कोई मां ऐसा कैसे कर सकती है। पुलिस भी इस मामले में लगातार नए-नए खुलासे कर रही है।
फोटो में दिखाई दे रही है महिला दिखने में भले ही मासूम लग रही हो लेकिन इसने अपने जिस्म की भूख मिटाने के लिए अपनी आंखों के सामने अपने ही जिगर के टुकड़ों को हलाल करवा दिया। मासूम बच्चे मां के सामने ही तड़पते रहे लेकिन हैवान बनी मां चुपचाप तमाशा देखती रही। जिन बच्चों को उसने जन्म दिया‚ अपनी आंखों के सामने उनका बचपन देखा। उन्हीं मासूम बच्चों को कितनी बेरहमी से मौत के घाट उतरवा दिया यह सोचकर हर कोई परेशान है। पुलिस जांच में सामने आया है कि हत्यारिन मां बच्चों की बलि देकर तंत्र मंत्र शक्ति भी पहना चाहती थी‚ जिसने भी यह घटना सुनी उसका कलेजा मुंह को आ गया।
हत्या वाले दिन क्या क्या हुआ
पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए हत्या वाले दिन हुई घटना के बारे में भी जिक्र किया। पुलिस के अनुसार बुधवार को निशा और उसका प्रेमी पूर्व पार्षद सऊद फैजी दोनों पडोसन के साथ निशा के घर पर पहुंचा था। उस समय मासूम कैनन (6 वर्ष) बिस्तर पर लेटी हुई थी। बेटा मेराब घर के बाहर खेलने गया हुआ था।
रसोई में खड़े होकर देखती रही तमाशा
पुलिस ने बताया कि सऊद फैजी ने सबसे पहले कैनन को नशे का इंजेक्शन लगाया। कैनन ने इंजेक्शन लगाने का विरोध किया तो दोनों महिलाओ ने उसके हाथ-पैर पकड़ लिए। इस दौरान बेरहम मां रसोई में खड़े होकर मासूम बेटी की हत्या होते देखती रही। मासूम बच्ची दम घुटने से छटपटाती रही‚ लेकिन कसाई बनी मां का दिल नहीं पसीजा।
घटना वाले दिन बुधवार करीब 6:30 बजे पूर्व पार्षद सऊद फैजी प्रेमिका निशा बेग के घर पहुंचा। पड़ोसी मुसरत और कौशर (हत्या में शामिल दोनों पडोसी महिलाएं) को भी इस वारदात में पहले ही शामिल कर लिया गया था। पुलिस के अनुसार दोनों को पांच-पांच लाख रूपए देने का लालच दिया गया था। पुलिस ने बताया कि सऊद ने बच्ची को पहले इंजेक्शन लगाया। इस दौरान नुसरत और कौशल ने उसके हाथ पैर पकड़े और सऊद ने बच्ची के मुंह पर तकिया रखकर उसे मार डाला।
बच्ची छटपटाती रही‚ तड़पती रही लेकिन मां निशा रसोई में खड़े होकर मासूम बच्ची को मरते हुए देखती रही। इसके बाद चारों आरोपियों ने बच्ची के शव को कपड़े में लपेटकर मुसरत के घर ले गए। कुछ देर बाद मेराब भी बाहर से खेलते हुए घर आया। इससे पहले निशा बेग सहित चारों आरोपी बैठकर चाय पी रहे थे और आपस में मेराब को मारने की बात कर रहे थे।
इसी दौरान मेराब के पिता शाहिद की कॉल आ गई। निशा ने शाहिद से मेराब की बात कराई। मासूम मेराब को नहीं पता था कि उसकी अपने पिता से यह आखरी बातचीत है। पुलिस के अनुसार मेराब अपने पिता से खिलौने वाली ट्रेन लाने के लिए कहा था। पुलिस के बताया कि इसके बाद फैजी मेराब को लेकर मुसरत के घर चला गया। पीछे पीछे मुसरत और कोसर भी पहुंच गई।
रात करीब 8:00 मासूम मेराब को जादू दिखाने की बात कहकर सऊद ने उसे नशे का इंजेक्शन लगाया और फिर उसकी भी हत्या कर डाली। इसके बाद दोनों मासूम बच्चों के शवों को कार में रखकर गंग नहर में डाल आए। एसपी ने बताया कि भाई- बहन की हत्या बेहद ही जघन्य तरीके से की गई है। हर कोई इस को लेकर हैरान है।
पुलिस ने बताया कि निशा तंत्र क्रिया का काम करती थी‚ जिसके चलते उसने अपने पडोसी महिलाओं से कहा था कि वह अपने बच्चों की बलि देगी‚ अन्यथा खै नगर में ना जाने कितने बच्चों की मौत हो जाएगी। यही डर दिखा उसने आरोपी महिलाओं को भी शामिल कर लिया।