उत्तर प्रदेश: बहुचर्चित उमेशपाल हत्याकांड में नामजद ढाई लाख रुपये के इनामी शूटर साबिर के भाई जाबिर का बृहस्पतिवार को गंगा में उतराया शव मिलने से सनसनी मच गई। शव की शिनाख्त उसकी बहन ने की। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। जाबिर के शरीर पर कई चोट के निशान मिले हैं वहीं शव देखने में 4-5 दिन पुराना प्रतीत हो रहा है। मृतक जाबिर उमेश पाल की हत्या की घटना के दिन से ही फरार था।
बताया गया कि बृहस्पतिवार को कोखराज पुलिस को गंगा किनारे कछार में एक व्यक्ति का क्षत विक्षत शव पड़े होने की सूचना मिली। सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने शव को बाहर निकलवाया। इस दौरान लोहरा (बलीपुर) गांव की गुड़िया पत्नी अकरम ने शव की शिनाख्त अपने भाई जाकिर 50 वर्ष के रूप में की। जाकिर प्रयागराज के धूमनगंज कोतवाली क्षेत्र के मरियाडीह गांव का रहने वाला था। वह एक मामले में जेल में बंद था और कुछ दिन पहले ही जेल से छूटकर घर आया था। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
आपको बता दें कि 24 फरवरी को उमेश पाल की गोली-बम मारकर हत्या की गई थी। हत्याकांड में शूटर साबिर का भी नाम सामने आने पर पुलिस ने उसके ऊपर ढाई लाख का इनाम घोषित कर दिया था। घटना के बाद से साबिर का भाई जाबिर फरार था। जिसका शव गुरुवार को गंगा में उतरता मिला। उमेश हत्याकांड के बाद घर से उसके गायब होने और गंगा के कछार में शव मिलने को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं होती रहीं। जाकिर की बहन गुड़िया ने बताया कि उसका भाई घर (लोहरा) आया था। इसके बाद से वह लापता हो गया।
पुलिस के मुताबिक चार से पांच दिन पुराने शव में कीड़े पड़ चुके थे। मौत की वजहों को लेकर पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही इस पर कुछ कहा जा सकता है। एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि अभी इस मामले में कुछ कहना जल्दबाजी होगी। शव की पहचान हो चुकी है। लाश चार से पांच दिन पहले की है। तमाम बातें सामने आ रहीं हैं। मामले की जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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