नई दिल्ली। दिन में न जाने कितनी बार हम बाथरूम में जाकर अपना मल बाहर निकालते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आपके शरीर से निकलने वाला कचरा यानी पेशाब भी किसी काम का हो सकता है? अगर आपका जवाब नहीं है तो हम आपको बता दें कि तकनीक या विज्ञान बहुत आगे निकल चुका है। यहां तक कि अब पेशाब और पॉटी से बिजली शुरू कर दी गई है. इस बिजली के बारे में कहा गया है कि यह मोबाइल या लैपटॉप चार्ज करने के लिए काफी होगी। अब सवाल यह है कि यह बिजली कैसे बनेगी? आइए जानते हैं इसका जवाब।
मूत्र को बिजली में परिवर्तित करें
ब्रिटेन में आपके शरीर के वेस्ट यानी मूत्र को बिजली में बदलने के लिए काफी काम चल रहा है। ब्रिटेन में वैज्ञानिकों की टीम इस काम को संभव बनाने के लिए लगातार प्रयोग कर रही है। खबर के मुताबिक कई वैज्ञानिकों को इस काम में काफी हद तक सफलता मिली है. वैज्ञानिकों के अनुसार यदि शरीर के कचरे से बिजली पैदा की जाए तो भविष्य के लिए इससे अच्छा कुछ नहीं होगा, क्योंकि मानव मल एक अक्षय संसाधन है।
पेशाब की बिजली से मोबाइल चार्ज?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब तक वैज्ञानिकों ने पेशाब से इतनी बिजली पैदा की है कि एक छोटे से मोबाइल को चार्ज किया जा सकता है. दरअसल, बिजली पैदा करने की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए ‘माइक्रोबियल फ्यूल सेल’ का इस्तेमाल किया जाता है। यह एक ऊर्जा परिवर्तक है। इसके लिए पेशाब में कुछ बैक्टीरिया भी मिलाए जाते हैं। ब्रिस्टल रोबोटिक्स लेबोरेटरी के वैज्ञानिकों ने भी कहा है कि पेशाब से बनने वाली बिजली मुफ्त होगी. वैज्ञानिकों के मुताबिक अगर यह तकनीक सफल होती है तो इसका इस्तेमाल बाथरूम में भी किया जा सकता है। यह आसानी से शावर, लाइटिंग, रेज़र और स्मार्थोम चार्ज करने के लिए पर्याप्त बिजली पैदा कर सकता है।