पाकिस्तान के पेशावर शहर में सोमवार को पुलिस लाइन्स में बनी मस्जिद में फिदायीन हमले में 46 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई है। जबकि 150 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इन घायलों में 66 की हालत गंभीर बताई जा रही है जिसके चलते मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। ब्लास्ट इतना तेज था कि मस्जिद का एक बड़ा हिस्सा ढह गया और धमाके की आवाज करीब दो किमी. तक इसकी आवाज सुनाई दी। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने अस्पताल में घायलों से मुलाकात की है।
धमाके के चश्मदीद ने बताया कि दोपहर की नमाज के वक्त मस्जिद में करीब 500 लोग मौजूद थे। बीच की एक लाइन में एक फिदायीन हमलावर ने खुद को उड़ा लिया। धमाका इतना ताकतवर था कि उसकी आवाज दो किमी तक सुनाई दी। बताया गया की मस्जिद के अंदर जाने के लिए गेट पास दिखाना होता है। फिर यह फियादीन अंदर कैसे पहुंचा यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। हमले के बाद रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची। मस्जिद से कई शवों को बाहर निकाला गया। धमाके के बाद अफरातफरी मच गई। लोगों को मस्जिद के बाहर भागते देखा गया।
पाकिस्तानी मीडिया जियो न्यूज के हवाले से बताया कि हमले की इस जिम्मेदारी
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने ली है। धमाके के बाद आर्मी ने इस पूरे इलाके को घेर लिया। इसके करीब ही आर्मी की एक यूनिट का ऑफिस भी है। हमले में घायलों का इलाज पेशावर के लेडी हार्डिंग अस्पताल में चल रहा है। अस्पताल की तरफ से जारी बयान में कहा गया- आम लोग जितना हो सके, उतनी जल्दी ब्लड डोनेट करने अस्पताल पहुंचें। मिलिट्री डॉक्टरों का एक दल भी अस्पताल पहुंचा।