Bihar News: बिहार में एक बार फिर जहरीली शराब पीने से 21 लोगों की मौत से हड़कंप मच गया है। राज्य में शराबबंदी के बावजूद इतनी बड़ी संख्या में शराब पीने से लोगों की मौत से राजनीति भी गरमा गई है। मृतकों के परिजनों ने जहरीली शराब पीने से मौत होने की बात कही है जबकि प्रशासन ने इस बारे में कुछ भी बताने से इंकार कर दिया है।
इस बार शराब पीने से मौत का तांडव सारण जिले के इसुआपुर थाना इलाके में मचा है। क्षेत्र के ढोला गांव में सोमवार को सभी लोगों ने शराब का सेवन किया था। बताया जा रहा है कि शराब पीने के बाद एक-एक कर इन 21 लोगों की तबीयत अचानक बिगड़ भी शुरू हो गई। उल्टी के बाद अचानक आंखों की रोशनी चली गई।
जब तक इन लोगों को अस्पताल ले जाया गया तब तक इन लोगों की मौत हो चुकी थी। मरने वालों में 55 वर्ष से लेकर 30 वर्ष तक के लोग शामिल है। यह सभी मौत बुधवार देर रात तक जारी रही। अभी भी 4 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है।
वही इस मामले में बुधवार को बिहार विधानसभा में भी जमकर हंगामा हुआ। विपक्षी दल के कुछ सदस्यों ने इस मामले में सरकार को घेर लिया। जिस पर नीतीश कुमार का गुस्सा फूट पड़ा और वह सदन में चिल्लाने लगे। नीतीश ने भाजपा सदस्य की ओर उंगली उठाकर कहा कि तुम शराबबंदी के समय पक्ष में थे। अब क्या हो गया तुमको।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों ने घटना को लेकर विधानसभा के बाहर विरोध प्रदर्शन किया है। उन्होंने इस घटना में हुई मौतों के लिए पुलिस और अवैध शराब कारोबारियों की “साठगांठ” को जिम्मेदार ठहराया। पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा, “हमने हमेशा शराब पर प्रतिबंध का समर्थन किया है, तब भी जब हमारे विपक्ष में रहते प्रतिबंध का प्रस्ताव पेश किया गया था। लेकिन इसका कार्यान्वयन पूरी तरह से विफल रहा।”