ढोंगी तांत्रिक के कहने पर मां ने एक वर्षीय बेटी के सीने को चीरकर निकाला दिल

Manoj Kumar
3 Min Read

झारखण्ड के पलामू जिले के हुसैनाबाद थाना क्षेत्र के खरारपर गांव में एक महिला ने तंत्र सिद्धि के लिए अपनी एक साल की बेटी के सीने को चाकू मारकर फाड़ डाला और उसके कलेजे (दिल) को निकाल लिया। लोगों ने बताया कि बेटी की निर्मम हत्या करने बाद महिला आधी रात को निर्वस्त्र होकर गांव में घूमने लगी तब मामले का खुलासा हुआ। आशंका जताई जा रही है कि महिला ने कलेजे को खा लिया है। आरोपी माँ को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

जानकारी के अनुसार, पलामू जिले के खरारपर गांव निवासी आरोपी महिला गीता देवी (30) का पति अरुण राम दूसरे राज्य में मजदूरी करता है। गीता देवी ने मंगलवार की मध्य रात्रि घर से करीब दो किलोमीटर दूर सिकनी बरवाढोड़ा जंगल में अपनी एक वर्षीय बेटी परी को मारकर मिट्टी में दफना दिया। बेटी की बलि देकर रात्रि में निर्वस्त्र गांव पहुंची। उसे देखकर पूरे गांव के लोग जुट गए

आरोपी महिला की सास कौशल्या देवी का कहना है कि उसकी पोती की हत्या उसी की माँ गीता देवी ने की है। हत्या के बाद वह नंगे बदन मनोज राम के घर पहुंच गई थी। किसी तरह उसे साड़ी पहनाकर घर ले आई। पोती उसके साथ नहीं मिली तो उसके बारे में पूछा। बहू ने बताया कि 200 रुपए में बेच दिया। फिर बोली कि साधु लेकर चला गया। 13 नवंबर की सुबह ग्रामीणों ने उसको धमकाया तो उसने बताया कि रात में ही परी की हत्या करके लाश को मिट्टी में छिपा दिया है।

वह बहू को लेकर गांव के लोगों के साथ मौके पर पहुंची तो उसकी पोती का शव मिट्टी में दबी मिली। पोती के सीने पर गहरा जख्म था। महिला की सास कौशल्या देवी ने मामला दर्ज कराया है। डॉक्टर के मुताबिक बच्ची का कलेजा गायब था। ग्रामीणों के अनुसार महिला मंगलवार दिन से ही बच्ची को लेकर गायब थी, लेकिन किसी को यह तनिक भी अंदाजा नहीं था कि तांत्रिक सिद्धि के लिए बेटी की बलि दे देगी। वहीं कलेजा नही मिलने पर आशंका जताई कि उसकी मां ने ही कलेजा खा लिया है।

Share This Article