Haryana Chunav Result: हरियाणा विधानसभा चुनाव के रिजल्ट करीब-करीब स्पष्ट हो गए हैं. तमाम एग्जिट पोल के उलट यहां के नतीजे चौकाने वाले दिख रहे हैं. तमाम एग्जिट पोल में कांग्रेस को बड़ी जीत मिलने की संभावना जताई गई थी लेकिन, जो रिजल्ट आए हैं उससे हर कोई चौंक गया है. चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक राज्य में भाजपा 46 सीटों पर आगे है या जीत चुकी है. कांग्रेस को 38 सीटें मिलती दिख रही है. खैर, हम अभी जीत हार को लेकर बात नहीं कर रहे हैं. बल्कि कांग्रेस की इस हार में कौन नेता विलेन निकला इसको लेकर विश्लेषण कर रही हैं.
हैरानी की बात यह है कि तमाम एग्जिट पोल में लोग खुलकर बीजेपी का विरोध कर रहे थे। हरियाणा में किसान और अग्निवीर मुद्दे को लेकर लोगों के बीच भारी गुस्सा था। पहलवान बेटियो और सीएम खटटर से नाराजगी भी बड़ा मुद्दा थी‚ लेकिन इन सबके बावजूद बीजेपी यहां और भी मजबूती से सामने आयी है। कांग्रेस इस पर शंका जाहिर कर रही है।
चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल
कांग्रेस ने चुनाव आयोग से (ईसीआई) से शिकायत की है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा कि पार्टी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के रिजल्ट्स और लीड्स को प्रकाशित करने में देरी के संबंध में चुनाव आयोग के पास औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है. कांग्रेस का आरोप है कि हरियाणा के नतीजे और ट्रेंड्स जम्मू और कश्मीर की तुलना में उतनी तेजी से अपलोड नहीं किया जा रहा है.
कांग्रेस क्यों गई ECI, क्या हैं आरोप
जयराम रमेश ने कहा कि ’10-11 राउंड के परिणाम आ चुके हैं… लेकिन साइट पर केवल चार से पांच राउंड ही अपडेट किए गए हैं…” उन्होंने हरियाणा विधानसभा चुनाव परिणामों में “अत्यधिक और अस्वीकार्य देरी” का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग (ECI) को पत्र लिखा.
कांग्रेस नेता ने इस बारे में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा- “जैसे लोकसभा चुनावों में हुआ था, हरियाणा में भी हम देख रहे हैं कि ECI वेबसाइट पर ताजा रुझानों को अपलोड करने में देरी हो रही है. क्या बीजेपी पुराने और भ्रामक रुझान साझा करके प्रशासन पर दबाव बनाने की कोशिश कर रही है?”