उन्नाव. उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में पिछले दिनों ज्वैलर्स के यहां पड़ी डेढ़ करोड़ की डकैती के मामले में फरार चल रहा एक और आरोपी पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में ढेर हो गया। मृतक बदमाश की शिनाख्त अमेठी जिले के जनापुर निवासी अनुज प्रताप सिंह के तौर पर हुई है। सुल्तानपुर डकैती कांड में पहले मंगेश यादव को STF ने मुठभेड़ में मार गिराया था। जिसको लेकर सूबे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने यूपी STF पर आरोप लगाया था कि वह जाति देखकर जान ले रही हैं।
सोमवार सुबह उन्नाव जनपद के अचलगंज थाना के बेथर में यूपी STF की लखनऊ यूनिट और स्थानीय पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में डकैत अनुज प्रताप सिंह के सिर में गोली लगी। उसे जिला अस्पताल ले जाय गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मारे गए बदमाश के ऊपर एक लाख का इनाम घोषित था।
दरअसल, 28 अगस्त को सुल्तानपुर में भरत जी ज्वैलर्स के यहां दिनदहाड़े डेढ़ करोड़ की डकैती डाली गई थी। इस मामले में 14 आरोपियों की शिनाख्त हुई है जबकि एक अज्ञात है। इस डकैती के मास्टरमाइंड विपीनसिंह ने 29 अगस्त को रायबरेली की गैंगस्टर कोर्ट में सरेंडर किया था। 3 सितंबर को पुलिस मुठभेड़ में त्रिभुवन, पुष्पेंद्र और सचिन तीनों के पैर में गोली लगी थी। 5 सितंबर को सुबह एक लाख का इनामी बदमाश मंगेश यादव मारा गया था।
मंगेश यादव के एनकाउंटर में मारे जाने पर प्रदेश में सियासत भी जारी है। पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने यूपी एसटीएफ पर जाति देखकर जान लेने का आरोप लगाया था। पुलिस ने 11 सितंबर को चार आरोपी दुर्गेश सिंह, विनय शुक्ला, विवेक सिंह, अरविंद यादव को गिरफ्तार किया गया। 20 सितम्बर को अजय यादव उर्फ़ डीएम गिरफ्तार हुआ। अभी भी अरबाज, फुरकान, अंकित यादव और एक अज्ञात फरार हैं। सब पर एक एक लाख का ईनाम घोषित है।