अलीगढ़ में एक दरोगा सुसाइड करने रेलवे पटरी पर जा पहुंचा। वह पटरी पर जाकर लेट गया और ट्रेन का इंतजार करने लगा। जब उसके साथी पुलिसकर्मियों को पता चला, तो वे लोग मौके पर पहुंचे। सभी ने उसे समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं माना।
दरोगा का कहना था, न्यायिक मजिस्ट्रेट ने उससे अभद्रता की, अपशब्द कहे। इससे परेशान होकर मैं मरने जा रहा हूं। इसी दौरान बन्नादेवी थाना प्रभारी पंकज मिश्रा भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने दरोगा को बड़ी मुश्किल से समझाया। इसके बाद दरोगा पटरी से हटा। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। इस पूरी घटना का वीडियो भी सामने आया है।
अब विस्तार से जानिए पूरा मामला…
दरोगा ने दी न्यायिक मजिस्ट्रेट के खिलाफ शिकायत दरोगा सचिन कुमार बन्नादेवी थाने में तैनात है। उसने बताया- उसने वाहन चोरी गैंग को पकड़ा था। उनकी रिमांड लेने के लिए वह 16 सितंबर को शाम 4 बजे कोर्ट में न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश हुआ। मजिस्ट्रेट शाम 5 बजे कोर्ट में आए। लेकिन, उन्होंने उसे आरोपियों की रिमांड नहीं दी। उसे रात 10 बजे तक कोर्ट में ही रोक कर रखा।
दरोगा ने आरोप लगाया कि मजिस्ट्रेट उसे हर 10 मिनट में अपने केबिन में बुलाते थे और अभद्रता करते हुए कहते थे कि वह फर्जी आरोपियों को पकड़ लाया है। जबकि, पकड़े गए सभी आरोपी शातिर अपराधी हैं। उनका पुराना आपराधिक इतिहास है। इसी से पीड़ित होकर वह आत्महत्या करने गया था।
मजिस्ट्रेट के खिलाफ दी है शिकायत दरोगा सचिन कुमार ने अब बन्नादेवी थाने में न्यायिक मजिस्ट्रेट के खिलाफ शिकायत देकर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। उसका आरोप है कि रिमांड मजिस्ट्रेट ने उससे जमकर अभद्रता की, अपशब्द भी बोले। इसीलिए वह आत्महत्या करने गया था।
दरोगा ने मांग की है कि उसके मामले में कानूनी कार्रवाई की जाए। पुलिस मामले की जांच कर रही है। उच्च अधिकारी भी मामले का संज्ञान लेकर जांच कर रहे हैं, जिससे पूरा मामला साफ हो सके।
दरोगा का वीडियो हो रहा वायरल इस पूरी घटना का वीडियो अब वायरल हो रहा है। SP सिटी मृगांग शेखर पाठक ने बताया कि दरोगा ने न्यायिक मजिस्ट्रेट के खिलाफ तहरीर दी है। मामले की जांच की जा रही है। दरोगा से भी पूछताछ की जा रही है। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।