मेरठ में भाजपा नेता चंद्रमोहन गोयल के घर हुई लूट का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। आरोपी कोई और नहीं बल्कि उनके घर सेवा के लिए आने वाली नर्स का सगा भाई निकला। नर्स के भाई गौरव ने अपने दोस्त अभिषेक के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया।
पुलिस ने देहरादून से आरोपियों को अरेस्ट करके 1 लाख 72 हजार रुपए कैश और लूट के पैसों से खरीदा गया आईफोन भी बरामद कर लिया है। वारदात के मुख्य आरोपी गौरव ने पूछताछ में बताया-उसका काफी पैसा शेयर बाजार में डूब चुका था। वो आर्थिक तंगी में था, इसलिए उसने लूट का प्लान बनाया और अपने दोस्त को शामिल कर लिया।
पुलिस के अनुसार इस पूरी प्लानिंग में नर्स कहीं शामिल नहीं हैं। उसे इस वारदात की जानकारी भी नहीं थी। लेकिन उसके सगे भाई ने अपनी बहन को धोखा दिया, उसके भरोसे का फायदा उठाकर उसके मालिक के घर लूट कर डाली।
- अब लूट की पूरी प्लानिंग सिलसिलेवार पढ़िए…
बहन ने मां को फोन पर बताया था कि घर में पैसे रखे हैं
पूछताछ में गौरव ने बताया- 8 महीने से लूट की प्लानिंग कर रहा था। बहन 2 साल से वहां काम कर रही थी। हम लोग देहरादून में रहते हैं। जबकि बहन मेरठ में रहती है। उसने मां को फोन करके अपने जॉब के बारे में बताया था।
फोन पर उसने कहा- मालिक मेरे पर बहुत भरोसा करते हैं, वो जिस कमरे में रुकती है। उसी कमरे के अलमारी में हमेशा करीब 2 लाख रुपए कैश रखा रहता है। काम पड़ने पर मैं ही पैसे निकालकर देती हूं। यही बातें गौरव ने सुन ली थी। उसी दिन से वो लूट की प्लानिंग में लग गया।
8 महीने पहले मेरठ आया था गौरव
गौरव ने बताया- 8 महीने पहले बहन से मिलने के लिए वो देहरादून से मेरठ आया था। तभी बहन ने उसे गोयल दंपति का पूरा घर दिखाया था। उसी दिन उसने घर की सारी रैकी कर ली थी। घर कहां है, दरवाजे कैसे हैं, कौन कहां रहता है सब देख लिया था। तभी से वो वारदात की प्लानिंग में जुट गया।
पुलिस ने बताया- 26 जून से पहले गौरव 2 बार देहरादून से मेरठ लूट के इरादे से आया। लेकिन वो सफल नहीं हुआ। वो अकेला ये काम नहीं कर सकता था इसलिए उसने अपने दोस्त अभिषेक को इसमें शामिल किया।
तय हुआ कि लूट के दो लाख रुपए दोनों लोग आपस में एक-एक लाख बांट लेंगे। बी.फार्मा कर चुका अभिषेक भी बेरोजगार है उसे भी पैसे की जरूरत है और उसने गौरव का साथ देने की हामी भर दी।
नर्स छुट्टी पर गई तो उसी का उठाया फायदा
2 बार फेल होने के बाद गौरव-अभिषेक दोबारा लूट करने की योजना बना रहे थे। तभी गौरव को पता चला कि बहन छुट्टी जा रही है। घर में चंद्रमोहन गोयल, उनकी पत्नी दोनों बुजुर्ग अकेले रहेंगे।
गौरव को लूट के लिए यही सबसे अच्छा समय लगा। क्योंकि उसका टार्गेट केवल पैसे चुराना था, मर्डर नहीं था। गौरव मूल रूप से बागपत का रहने वाला है। परिवार काफी समय से देहरादून रहता है। अभिषेक शामली का रहने वाला है।
इंस्टाग्राम रील देखकर की घर की पहचान
दोनों ने पहले बागपत अड्डे पहुंचे वहां हेलमेट और कपड़े से मुंह बांधकर बाइक की नम्बर प्लेट को टैम्पर्ड कर दिया। फिर गूगल मैप के स्ट्रीट व्यू के जरिए घर तक जाने का रास्ता लगाया। गौरव पहले ये घर देख चुका था इसलिए वो कालोनी में पहुंच गया लेकिन चंद्रमोहन के घर का दरवाजा भूल गया।
काफी देर गली में चक्कर लगाने के बाद भी जब उसे घर याद नहीं आया तब उसने बहन के इंस्टाग्राम से उसकी रील देखी। इस रील में चंद्रमोहन गोयल के घर का दरवाजा साफ दिख रहा था। रील देखकर दोनों लोग उसी घर में पहुंचे।
सर्विलांस, सीसीटीवी की मदद से आरोपी तक पहुंची पुलिस
कपड़ा कारोबारी के घर पहुंचने के बाद सरकारी आदमी बताकर गेट खुलवाया। चाकू की नोंक पर लेकर घर में घुसे और तीनों लोगों को कमरे में बंद कर दिया। अलमारी खोलकर 2 लाख रुपए लूट लिए थे और बाइक से फरार हो गए । पुलिस सीसीटीवी और सर्विलांस की मदद से आरोपियों तक पहुंची।
एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया- पुलिस, एसओजी की टीम ने देहरादून से ही दोनों को अरेस्ट कर जेल भेज दिया है। दोनों से लूट की रकम बरामद की है। घटना में गौरव की बहन जो नर्स है उसका कोई रोल जांच में सामने नहीं आया है।