गाजियाबाद। बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने कहा जो काम पहले कांग्रेस सरकार ने किया वही काम अब भाजपा सरकार कर रही है। पूंजीपतियों और धन्नासेठों को लाभ पहुंचाने का काम भाजपा सरकार कर रही है। गरीबों, वंचितों और अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है। वह चार बार उत्तर प्रदेश सरकार में मुख्यमंत्री रहीं। उन्होंने सभी जातियों, वर्गों के हितों का ध्यान रखा और सरकार में बराबर की भागीदारी दी। रविवार को वह गाजियाबाद के कविनगर रामलीला मैदान में गाजियाबाद लोकसभा सीट से प्रत्याशी नंदकिशोर पुंडीर के समर्थन में जनसभा को संबोधित कर रहीं थीं।
जातीय कार्ड खेलते हुए कहा पश्चिम उत्तर प्रदेश में क्षत्रिय समाज की संख्या काफी संख्या में है। उन्होंने भाजपा पर क्षत्रिय समाज की उपेक्षा करने का आरोप लगाया। इससे क्षत्रिय समाज काफी नाराज हैं। कई जगह महापंचायत भी हुई है। कहा उनकी पार्टी सभी जातियों को सम्मान करती है। इसलिए गाजियाबाद में क्षत्रिय समाज के नंदकिशोर पुंडीर को टिकट दिया। टिकट बंटवारे में सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है। बागपत सीट से पार्टी ने प्रवीन बंसल को टिकट दिया है। पश्चिम उत्तर प्रदेश में गुर्जर समाज के लोगों की भी संख्या काफी अधिक है। मायावती ने पंजाबी समाज को भी साधने का काम किया। कहा मैंने पहले गाजियाबाद सीट से पंजाबी समाज के अंशय कालरा को टिकट दिया था, लेकिन इस समाज के वोटरों की संख्या यहां कम होने पर अंशय को सिख बाहुल्य वाली लखीमपुर सीट से टिकट दिया है।
भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा सरकार की कथनी और करनी में बहुत अंतर है। गरीबी मिटाने का दावा हवा हवाई है। गारंटी का दावा जुमलों से ज्यादा कुछ नहीं है। भ्रष्टाचार देश से समाप्त होने की बजाय और बढ़ गया है। कांग्रेस के बारे में कहा कि जब कांग्रेस की सत्ता थी तो गरीबों और वंचितों का लगातार शोषण हुआ। यही कारण रहा कि कांग्रेस सत्ता से बाहर हो चुकी है। यही हाल बीजेपी का भी होगा। इस बार भाजपा सत्ता में वापस नहीं आने वाली है। भाजपा व उनकी सहयोगी पार्टियां द्वेष पूर्ण काम करती हैं। भाजपा सरकार में केवल और केवल पूंजीपतियों का ही भला हो रहा है। इलेक्टोरल बांड से इसका खुलासा हो गया है। उन्होंने कहा कि जब वह मुख्यमंत्री थीं तब उन्होंने किसानों के हित में अनेकों कार्य किए। गन्ना मूल्य में वृद्धि की। किसानों को आसानी से सभी सुविधाएं मिल जाती थीं।
25 मिनट के अपने भाषण में मायावती ने किसान, मुस्लिम, अपर कास्ट व अन्य समाज को साधने का प्रयास किया। 26 अप्रैल को बसपा प्रत्याशियों के पक्ष में अधिक से अधिक मतदान करने के लिए कहा। कहा कि उनकी सरकार आने पर सभी वर्गों को सरकार में बराबर की भागीदारी दी जाएगी। स्थानीय मुद्दों का गुणवत्तापूर्वक निस्तारण किया जाएगा। 2:48 मिनट पर उन्होंने अपना उद्बोधन शुरू किया और 3:13 पर भाषण समाप्त हो गया।