चौधरी चरण सिंह और PV नरसिम्हा राव को भी भारत रत्न देगी मोदी सरकार‚ वोटरों को लुभाने का प्रयास?

आँखों देखी
3 Min Read

Bharat Ratna: लोकसभा चुनाव से ठीक पहले मोदी सरकार वोटरों को लुभाने के लिए अब भारत रत्न का सहारा ले रही है। सरकार ने अब पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पी वी नरसिम्हा राव और ‘हरित क्रांति के जनक’ एम एस स्वामीनाथन को भारत रत्न देने के फैसला लिया है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को घोषणा की कि पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पी वी नरसिम्हा राव और मशहूर वैज्ञानिक व देश में ‘हरित क्रांति के जनक’ डॉ एम एस स्वामीनाथन को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। मोदी के इस फैसले का रालोद प्रमुख जयंत चौधरी और सोनिया गांधी ने भी समर्थन किया है।

माना जा रहा है कि मोदी सरकार का यह फैसला लोकसभा चुनाव से पहले वोटरों को लुभाने के लिए किया गया है। बता दें कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जाट नेता चौधरी चरण सिंह ऐसे समय में कांग्रेस विरोधी राजनीति की धुरी के रूप में उभरे थे, जब देश भर में पार्टी का वर्चस्व था। वहीं पूर्व पीएम नरसिम्हा राव को आर्थिक सुधारों के लिए जाना जाता है।

इसके अलावा प्रसिद्ध कृषि वैज्ञानिक स्वामीनाथन ने गेहूं और चावल की अधिक उपज देने वाली किस्मों को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे 1960 और 1970 के दशक के दौरान पूरे भारत में खाद्यान्न उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि हुई। उन्हें चुनौतीपूर्ण समय के दौरान भारत को कृषि में आत्मनिर्भरता हासिल करने में मदद करने और भारतीय कृषि क्षेत्र को आधुनिक बनाने की दिशा में उत्कृष्ट प्रयास करने का श्रेय दिया जाता है।

अपने पहले कार्यकाल में मोदी सरकार ने  2019 में भारत रत्न सम्मान प्रणब मुखर्जी और मरणोपरांत भूपेन्द्र कुमार हजारिका और नानाजी देशमुख को प्रदान किया गया था। वहीं 2020 से 2023 के बीच चुनाव नही था‚ इसलिए तब यह सम्मान किसी को नहीं दिया गया।

भारत सरकार ने 1954 में दो नागरिक पुरस्कार-भारत रत्न और पद्म विभूषण – की शुरुआत की थी। पद्म विभूषण की तीन श्रेणियां थीं-पहला वर्ग, दूसरा वर्ग और तीसरा वर्ग। बाद में आठ जनवरी, 1955 को राष्ट्रपति की एक अधिसूचना के माध्यम से इनका नाम बदलकर पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री कर दिया गया। भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। यह समाज के किसी भी क्षेत्र में असाधारण सेवा या उच्चतम स्तर के प्रदर्शन को मान्यता देने के लिए प्रदान किया जाता है।

भारत रत्न के लिए प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रपति को सिफारिश की जाती है। इस पुरस्कार के लिए किसी औपचारिक अनुशंसा की आवश्यकता नहीं है। सम्मान के तहत राष्ट्रपति द्वारा हस्ताक्षरित एक सनद (प्रमाण पत्र) और एक पदक प्राप्त होता है। सम्मान में कोई धनराशि नहीं दी जाती है।

 

Share This Article