अहमदनगर: देश को दहलाने की एक बड़ी साजिश को नाकाम करते हुए भारतीय सेना की 40 नकली लड़ाकू वर्दी बरामद की गई है और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. गिरफ्तार संदिग्ध की पहचान नासिक निवासी सुरेश प्रीतमदास खत्री और उम्र 49 वर्ष के रूप में हुई है। मामला महाराष्ट्र के अहमदनगर से सामने आया है.
क्या है पूरा मामला?
भारतीय सेना की नकली लड़ाकू वर्दी बनाकर खुले बाजार में बेचने वाले नासिक के आरोपी को जेल भेज दिया गया है। इस ऑपरेशन को पुणे के भिंगार कैंप पुलिस स्टेशन और साउथ कमांड मिलिट्री इंटेलिजेंस ने मिलकर अंजाम दिया.
दरअसल, अहमदनगर के जामखेड रोड पर तलाशी के दौरान एक शख्स इनोवा कार के पास खड़ा नजर आया और उसकी गतिविधियां संदिग्ध होने पर टीम ने उसे हिरासत में ले लिया. इस शख्स की पहचान सुरेश प्रीतमदास खत्री के तौर पर हुई. उसके पास मौजूद इनोवा कार की तलाशी में सेना की 40 वर्दियां मिलीं।
जब उससे इन वर्दियों के बारे में पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह सेना के अधिकारियों की नई लड़ाकू वर्दी बेचने के लिए लाया था। जब उससे सैन्य वर्दी बेचने का लाइसेंस मांगा गया तो उसने कहा कि उसके पास कोई लाइसेंस नहीं है और आरोपी के पास से सेना की 40 नकली नई लड़ाकू वर्दी मिलीं. जीआर के अनुसार उसके खिलाफ भिंगार कैंप पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है।
मामले की जांच भिंगर कैंप पुलिस थाने द्वारा की जा रही है. जांच में पता चला है कि नए कॉम्बैट पैटर्न की वर्दी की खुले बाजार में अवैध बिक्री का बड़ा रैकेट चलाया जा रहा है. इसमें नई दिल्ली और राजस्थान के लोगों के शामिल होने की संभावना है.