जम्मू: जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों की मांग लगातार उठती रही है और अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि आखिर वहां मतदान कब होगा। हालांकि इस दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए चुनाव आयोग ने केंद्र शासित प्रदेश की अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित कर दी है। अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, इस वोटर लिस्ट में कुल मिलाकर 2.31 लाख से ज्यादा नए मतदाताओं को शामिल किया गया है। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर में कुल मतदाताओं की संख्या बढ़कर 86.93 लाख तक पहुंच गई है।
44.34 लाख पुरुष और 42.58 लाख महिला वोटर’
जम्मू-कश्मीर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) पांडुरंग के. पोल ने सोमवार को इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि अंतिम मतदाता सूची में कुल 86.93 लाख मतदाता हैं जिनमें 44.34 लाख पुरुष और 42.58 लाख महिलाएं हैं। मतदाता सूची जारी होने से केंद्र शासित प्रदेश में विभिन्न चुनाव कराने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा, ‘अंतिम मतदाता सूची आज यहां सभी मतदान केंद्रों, चुनावी पंजीकरण अधिकारियों के कार्यालयों, जिला निर्वाचन अधिकारियों के कार्यालयों में प्रकाशित कर दी गई है और 2.31 लाख नए मतदाताओं को शामिल करते हुए सीईओ की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है।’
‘लिंग अनुपात 924 से बढ़कर 954 हुआ’
CEO के मुताबिक, प्रक्रिया के दौरान 1.45 लाख मतदाताओं के विवरण में सुधार के अलावा मृत्यु, स्थानांतरण या अन्य कारणों से 86,000 नाम हटाए गए हैं। प्रवक्ता ने कहा, ‘अब तक 86.93 लाख मतदाता हैं जिनमें 44.35 लाख पुरुष और 42.58 लाख महिला मतदाता शामिल हैं। मतदाता जनसंख्या अनुपात 0.59 से बढ़कर 0.60 हो गया है और लिंग अनुपात 924 से बढ़कर 954 हो गया है।’ भारत निर्वाचन आयोग यानी कि ECI के विस्तृत निर्देशों के अनुसार प्रक्रिया के दौरान राजनीतिक दलों के साथ परामर्श के बाद 259 नए मतदान केंद्र बनाए गए।
17 अक्टूबर 2023 को शुरू हुई थी दूसरे फेज की गतिविधि
दूसरे चरण की गतिविधि 17 अक्टूबर 2023 को मतदाता सूची के प्रारूप के प्रकाशन के साथ शुरू की गई थी। मान्यता प्राप्त राज्य और राष्ट्रीय दलों सहित हितधारकों को शामिल करने के लिए जिला निर्वाचन अधिकारियों (DEO) ने उनके साथ बैठकें कीं, उन्हें पालन की जाने वाली पूरी प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। इसके साथ ही जिला निर्वाचन अधिकारियों ने उनसे बूथ स्तर के एजेंटों की नियुक्ति करके प्रक्रिया में भाग लेने की अपील की ताकि वे पात्र मतदाताओं के नाम जोड़ने, हटाने, सुधारने, स्थानान्तरण में बूथ स्तर के अधिकारियों की मदद कर सकें।