उत्तर प्रदेश: संभल जिले में 10 दिन पहले सील किए गए अवैध नर्सिंग होम में एक महिला का प्रसव किया गया। प्रसव के एक घंटे बाद ही बच्चे की जान चली गई थी। जिसके बाद बुधवार शाम को महिला की भी मौत हो गई। जच्चा बच्चा की मौत के बाद अस्पताल संचालक स्टाफ समेत मौके से भाग गया। पीड़ित पति अस्पताल में ही शव के साथ देर रात तक अपने परिजनों का इंतजार करता रहा। मौके पर पहुंचे परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया।
मृतक महिला के पति शाहरुख ने बताया कि उसकी पत्नी को प्रसव पीड़ा शुरू होने पर मंगलवार शाम को असमोली के सम्राट नर्सिंग होम में भर्ती कराया। मंगलवार की रात पत्नी ने एक बेटी को जन्म दिया। जन्म के एक घंटे बाद ही बेटी को मौत हो गई। बुधवार की सुबह पत्नी शाइस्ता की हालत बिगड़ने लगी। जिसके बाद अस्पताल संचालक ने ब्लड की कमी बताई तो उसने ब्लड लाकर दे दिया। आरोप है की ब्लड चढ़ते ही जच्चा शाइस्ता की मौत हो गई।
आरोप है की अस्पताल संचालक और चिकित्सक ने मौत की जानकारी न देकर शाइस्ता को कहीं ओर लेकर जाने के लिए कह दिया। शाइस्ता की मौत की जानकारी होने पर शाहरुख के रिश्तेदार भी नर्सिंग होम पहुंचे तो वहां से सारा स्टाफ भाग गया। सील कार्रवाई के बाद भी अस्पताल का संचालन होता रहा। नतीजतन एक महिला और शिशु की मौत हो गई। संभल जिले में पहले भी ऐसे कई मामले हो चुके हैं। इस तरह के अस्पतालों पर ठोस कार्रवाई की सख्त जरूरत है।
सूचना पर पुलिस भी अस्पताल पहुंच गई। देर रात तक महिला का शव अस्पताल परिसर में रखा रहा। पीड़ित शाहरुख ने बताया कि उसके पिता बाहर गए हुए हैं। उनके आने के बाद ही अगली कार्रवाई कराई जाएगी। असमोली थाना प्रभारी विद्युत गोयल ने बताया कि महिला की मौत की सूचना पर पहुंचे थे। शव अस्पताल में ही रखा हुआ है। पुलिस कर्मी भी मौजूद हैं। महिला के पति शाहरुख ने अपने पिता के आने के बाद ही पोस्टमार्टम कराने की बात कही है।