उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले के सैदनगली थानाक्षेत्र के गांव अल्लीपुर भूड़ उर्फ ढक्का मोड़ में ठंड से बचने के लिए घर के कमरे में कोयला जलाकर सो रहे ट्रक चालक के परिवार के तीन सगे भाई बहन सहित 5 लोगो की मौत हो गई। जबकि दो की हालत गंभीर बनी हुई हैं। अंदर से दरवाजा बंद होने पर ग्रामीणों ने घर में लगे शीशे तोड़कर सभी लोगों को कमरे से बाहर निकाला। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच पड़ताल की। एडीएम और एएसपी ने मुआयना किया।
जानकारी के अनुसार, ढक्का मोड़ निवासी रईसुद्दीन का घर गांव के बाहर बना हुआ है। रैसुद्दीन ट्रक चलाकर परिवार का पालन पोषण करते हैं। सोमवार की शाम को सिहाली जागीर के रहने वाले उनके साले रियासत अपनी बेटी महक के साथ आए हुए थे। जबकि धनौरा के रहने वाले साढू़ आस मोहम्मद की बेटी कशिश भी रईसुद्दीन के घर आई हुई थी। सभी लोग खाना खाने के बाद घर के कमरे में सोए थे। इस दौरान उन्होंने ठंड से बचने के लिए कोयले का अलाव जलाकर कमरे में रख लिया।
मंगलवार दोपहर बाद ट्रक चालक रईसुद्दीन ने अपने घर के नंबर पर फोन किया तो किसी ने कॉल रिसीव नहीं की। कई बार कॉल करने पर भी किसी ने फोन नही उठाया तो उसने अपने छोटे भाई गबरू को फोन करके पत्नी हुसन जहां से बात करने के लिए कहा। करीब पांच छह बजे गबरू बात कराने घर पहुंचा तो काफी आवाज लगाने पर भी किसी ने दरवाजा नहीं खोला। किसी अनहोनी की आशंका के चलते आसपास के लोगों की भीड़ घर के पास जमा हो गई।
गबरू समेत कुछ लोग छत से सहारे घर में दाखिल हुए। इस दौरान देखा सभी लोग अचेत अवस्था में पड़े हुए हैं। उनके मुंह से छाग आ रहे थे। ग्रामीणों ने घर में लगे शीशे तोड़ दिए और सभी लोगों को कमरे से बाहर निकालकर नगली के निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां रईसुद्दीन की बेटी सोनम (20) बड़ा बेटा जैद (16), छोटा बेटा माहिर (11) साले की बेटी महक (15) और साढू़ की बेटी कशिश (8) को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। जबकि रियासत और हुसन जहां को गंभीर हालत में हायर सेंटर रेफर कर दिया।
दम घुटने से पांच लोगों की मौत की खबर मिलते ही प्रशासनिक अधिकारियों के होश उड़ गए। तुरंत ही एडीएम सुरेंद्र सिंह और एएसपी राजीव कुमार सिंह मौके पर पहुंच गए और पूरे मामले की जानकारी जुटाई। वहीं तीन भाई बहनों सहित 5 की मौत से आसपास के क्षेत्र में भी शोक की लहर दौड़ गई।