इजरायली सेना गाजा में लगातार मानवता को अपने पैरो तले रौंध रही है। सेना अस्पतालों पर हमले कर रही है‚ और आम लोगों को भी गोली मार दे रही है। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले हफ्ते इजरायली सेना ने कमाल अदवान अस्पताल पर हमला किया था. यहां के स्टाफ और मरीजों ने बताया कि सैनिकों ने फिलिस्तीनियों के शवों को बुलडोजर से हटा दिया. कई डॉक्टरों को आतंकवादी होने के संदेह में गोली मार दी गई।
एक स्टाफ ने कहा- एक बीमार मरीज व्हीलचेयर पर बैठा था। सेना का कुत्ता उसे नोचता रहा लेकिन जवानों ने कुत्ते को ऐसा करने से नहीं रोका. सेना ने इस अस्पताल में 8 दिनों तक ऑपरेशन चलाया. सेना का कहना है कि यह अस्पताल हमास का कमांड और कंट्रोल सेंटर है.
कब्र से शव निकालकर बुल्डोजर से कुचला
सीएनएन के मुताबिक, अस्पताल में बाल चिकित्सा सेवाओं के प्रमुख होसाम अबू सफिया ने कहा- सैनिकों ने कब्रें खोदीं और शवों को बुलडोजर से घसीटा, फिर उन्हें बुलडोजर से कुचल दिया। इससे पहले इजरायली टैंकों ने कब्रिस्तान में मौजूद कब्रों को रौंद दिया था. न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायली टैंकों ने छह कब्रिस्तानों को नष्ट कर दिया, जिनमें शाजाये शहर का ट्यूनीशियाई कब्रिस्तान और जबालिया का अल-फलूजा कब्रिस्तान शामिल है।
इजरायली सेना ने हमास और इस्लामिक जिहाद से जुड़े करीब 200 फिलिस्तीनियों को गिरफ्तार कर लिया है. बीबीसी के मुताबिक, हमास और इस्लामिक जिहाद के इन सदस्यों को पिछले 7 दिनों में गिरफ्तार किया गया है.
वहीं, इजराइल का कहना है कि 7 अक्टूबर को शुरू हुए इजराइल-हमास युद्ध में अब तक दोनों आतंकी संगठनों से जुड़े 700 से ज्यादा सदस्यों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इनमें से कई सदस्यों ने आत्मसमर्पण कर दिया है. वे आम लोगों के बीच छुपे हुए थे.