भारतीय टेस्ट इतिहास के बेहतरीन स्पिनर और टीम इंडिया के पूर्व कप्तान बिशन सिंह बेदी का लंबी बीमारी के चलते 77 साल की उम्र में निधन हो गया। कुछ समय पहले ही उनके घुटने की सर्जरी हुई थी। इसके बाद उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ। उन्होंने आज दुनिया को अलविदा कह दिया। बेदी ने भारत के लिए कुल 77 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले थे। इस दौरान उन्होंने 273 विकेट झटके थे। उन्होंने उस दौर में अपने दम पर देश को कई मैच जिताए थे। उनका अंतिम संस्कार मंगलवार दोपहर दो बजे लोधी श्मशान घाट पर होगा।
महान स्पिनर बिशन सिंह बेदी ने भारत के लिए 1966 से 1979 तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला था। उन्होंने 77 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 273 विकेट झटके थे। बेदी का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1969 में कोलकाता में एक पारी में 98 रन देकर सात विकेट था। भारत के लिए 67 टेस्ट मैच में उन्होंने 266 विकेट लिए। उन्होंने 15 बार पारी में पांच विकेट लेने का कारनामा किया और एक बार मैच में 10 विकेट भी लिए। वहीं, 10 वनडे मैच में उन्होंने सात विकेट झटके।
बिशन सिंह बेदी को 1976 में भारतीय टीम का कप्तान बने का मौका मिला था। महान क्रिकेटर मंसूर अली खान पटौदी की जगह उनको कप्तान बनाया गया था। बतौर कप्तान उन्हें पहली जीत वेस्टइंडीज के खिलाफ पोर्ट ऑफ स्पेन में 1976 के दौरे पर मिली थी। बेदी भारत की मशहूर स्पिन चौकड़ी का हिस्सा रहे हैं। उनके अलावा इरापल्ली प्रसन्ना, श्रीनिवास वेंकटराघवन और भागवत चंद्रशेखर थे। बिशन सिंह बेदी के चार बच्चे हैं। उनके बड़े बेटे अंगद बेदी की पत्नी अभिनेत्री नेहा धूपिया भारतीय फिल्म जगत में जाना-माना नाम हैं।