उत्तर प्रदेश: विश्व प्रसिद्ध जादूगर ओपी शर्मा का 49 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे और कानपुर के फार्च्यून अस्पताल में भर्ती थे। उनका कई बार डायलिसिस भी हुआ था। परिजनो के बीच इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। 1973 में जन्मे ओपी शर्मा मूल रूप से बलिया जिले के रहने वाले थे। जादूगर के साथ-साथ ओपी शर्मा समाजवादी पार्टी के नेता भी रहे और गोविंदनगर विधानसभा क्षेत्र से वह सपा के टिकट पर चुनाव भी लड़ चुके हैं।
जादूगर सम्राट के नाम से विख्यात ओपी शर्मा के परिवार में तीन बेटे हैं। प्रेमप्रकाश शर्मा, सत्य प्रकाश शर्मा और पंकज प्रकाश शर्मा के अलावा बेटी रेनू और पत्नी मीनाक्षी शर्मा हैं। उनका बर्रा इलाके में “भूत बंगला” नाम से निवास स्थल है। जादूगर शर्मा कहते थे कि ये कला देश की प्राचीनतम है और इसका जन्म भारत में हुआ है, ये पूरे विश्व में फैली हुई है। वो हमेशा कहते हैं कि जिसे आप जादू समझते हैं वो जादू नहीं बल्कि विज्ञान का चमत्कार है।
उनका मानना था कि जादूकला विज्ञान और तकनीकी पर आधारित है, जैसे-जैसे विज्ञान आगे बढ़ता जायेगा नए-नए शो आते रहेंगे, ये कला भी उसी तरह है उसके साथ साथ आगे बढ़ती रही। उनका कहना था कि जिसकी शुरूआत होती है, उसका अंत भी होता है। ये प्रकृति का नियम है। मैं रहूं या न रहूं जादू चलता रहेगा। ओपी शर्मा के रंगीन इंद्रजाल की दुनिया में उनके साथ लगभग 250 टन वजन का साजो-सामान रहता था। इसमें 200 लोगों की टीम में दो दर्जन महिला सहयोगी कलाकार भी शामिल रहती थी।