उत्तर प्रदेश: शाहजहांपुर में तिलहर-निगोही मार्ग पर बिरसिंगपुर गांव के पास कलश यात्रा के लिए नदी से जल लेने जा रहे श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली रेलिंग तोड़कर पुल से नीचे गिर गई। हादसे के बाद घायलों को तिलहर सीएचसी लाया गया, जहां 11 श्रद्धालुओं को मृत घोषित कर दिया गया। इस हादसे में लगभग 30 लोग घायल हुए हैं। घायलों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। जिनमे से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है जिसके चलते मृतकों का आंकड़ा बढ़ सकता है। हादसे के दौरान चालक ट्रैक्टर से कूदकर भाग गया। सूचना पर एडीजी पीसी मीना मौके पर पहुंचे और दुर्घटना की जानकारी ली।
जानकारी के अनुसार, ददरौल क्षेत्र के सुनौरा अजमतपुर गांव के रहने वाले आकाश तिवारी ने यहां भागवत कथा का आयोजन किया था। कथा शुरू होने से पहले शनिवार को दो ट्रैक्टर ट्रॉलियों में करीब 100 श्रद्धालु गर्रा नदी से कलश में जल भरने के लिए जा रहे थे। एक ट्रैक्टर ट्रॉली गांव का सुबोध तिवारी और दूसरी ट्रैक्टर ट्रॉली सौरभ सिंह उर्फ गौरव चला रहा था। दोपहर करीब ढाई बजे आगे चल रही ट्रैक्टर ट्रॉली को ओवरटेक करने के प्रयास में सौरभ ने रफ्तार तेज की तो ट्रैक्टर अनियंत्रित हो गया और ट्रैक्टर-ट्रॉली पुल की रेलिंग तोड़ती हुई नीचे जा गिरी।
हादसे से पहले ही चालक सौरभ ट्रैक्टर से कूदकर भाग गया। साथ में चल रही ट्रैक्टर ट्रॉली सवार लोगों ने घायलों को संभालने के साथ ही पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने एंबुलेंस से घायलों को तिलहर सीएचसी भिजवाया। जहां सीएचसी में डॉक्टर ने 11 लोगों को मृत घोषित कर दिया। जबकि 30 घायलों में से 27 को राजकीय मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। बरेली जोन के अपर पुलिस महानिदेशक प्रेमचंद्र मीना, आईजी डॉ. राकेश, डीएम उमेश प्रताप सिंह, एसपी एस. आनंद आदि अधिकारी सीएचसी पहुंचे और घायलों का हाल जाना।
शाहजहांपुर डीएम ने बताया कि मृतक के परिजनों को दो लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये सहायता राशि प्रदान की जा रही है। घायलों के समुचित इलाज के लिए प्रबंध किए गए हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शाहजहांपुर में गर्रा नदी में हुए हादसे में हुई जनहानि पर गहरा दुःख प्रकट किया है। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।