मुंबई: देश के जाने माने उद्योगपति रतन टाटा का 86 साल की उम्र में निधन हो गया है। रतन टाटा पिछले कई दिनों से ब्रीच कैंडी अस्पताल में एडमिट थे। उनकी मौत के बाद उद्योगपति हर्ष गोयपनका ने भी अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट कर रतन टाटा के निधन की पुष्टी कर दी है। रतन टाटा का जाना देश के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है।उन्होंने देश के एक से बढ़कर एक काम किए। जिस कारण देश उन्हें कभी नही भूल पाएगा। देश के सबसे बड़े उद्योगपतियों में से एक रतन टाटा 2012 तक टाटा ग्रुप के प्रमुख थे।
दरअसल, बुधवार की शाम में उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ने की खबर आई थी। जिसके कुछ घंटे बाद ही खबर आई कि उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया है। इससे पहले सोमवार को उनकी तबीयत खराब होने की खबर सामने आई थी। जिसके बाद रतन टाटा ने खुद एक्स हैंडल पर पोस्ट कर अफवाह ना फैलाने की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि वह रुटीन चेकअप के लिए आए हैं। रतन टाटा एक दरियादिली इंसान थे और मुसीबत में देश के लिए हमेशा तैयार रहते थे।
उन्होंने आम लोगों की कार का सपना पूरा करने के लिए टाटा नैनो लॉन्च की, जिसकी कीमत एक लाख रुपए थी। उन्होंने कई ग्लोबल कंपनियों को खरीदकर ग्रुप के पोर्टफोलियो को मजबूत किया। उन्होंने सन 2000 में टेटली को 450 मिलियन डॉलर में खरीदा था। 2007 में 6.2 बिलियन पाउंड वैल्यू की कोरस कंपनी का अधिग्रहण किया था। वहीं दूसरी ओर विदेशी कंपनी जगुआर लैंड रोवर को 2008 में 2.3 बिलियन डॉलर में खरीदकर उद्योग जगत में तहलका मचा दिया था।
कारोबारी हर्ष गोयनका ने अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट करते हुए कहा कि घड़ी ने टिक-टिक बंद कर दी है। टाइटन का निधन हो गया। #RatanTata ईमानदारी, नैतिक नेतृत्व और परोपकार की एक मिसाल थे, जिन्होंने व्यापार और उससे परे की दुनिया पर एक अमिट छाप छोड़ी है। वह हमारी यादों में हमेशा ऊंचे स्थान पर रहेंगे।