जम्मू-कश्मीर: प्रदेश के जेल डीजीपी हेमंत कुमार लोहिया की सोमवार रात कांच की बोतल से गला रेत कर हत्या कर दी गई। हत्यारे ने डीजीपी के पेट और बाजू पर कई वार किए तथा शरीर पर केरोसिन छिड़क कर जलाने की भी कोशिश की गई। वारदात का शक डीजीपी लोहिया के ही नौकर यासिर पर जा रहा है, जो वारदात के बाद सीसीटीवी फुटेज में वारदात के बाद भागता नजर आ रहा है। लोहिया की हत्या की जिम्मेदारी आतंकी संगठन टीआरएफ ने ली है। लोहिया को अगस्त में जेल डीजीपी बनाया गया था।
दरअसल,डीजीपी जेल हेमंत कुमार लोहिया पत्नी सहित दोमाना क्षेत्र के उदयवाला में अपने एक दोस्त संजीव खजूरिया के घर गए थे। खाना खाने के बाद उन्होंने घरेलू नौकर यासिर को मसाज करने के लिए कहा। इसके बाद दोनों कमरे में चले गए। कुछ देर बाद डीजीपी की चीख सुनी तो सभी लोग भागकर कमरे की तरफ पहुंचे। दरवाजा अंदर से बंद था जिसे तोड़कर वे कमरे में दाखिल हुए तो डीजीपी हेमंत रक्तरंजित हालत में पड़े थे। उनके गला रेतने समेत शरीर पर कई जगह वार के निशान थे।
बताया गया की जब तक दरवाजा टूटा तब तक यासिर पीछे के दरवाजे से भाग गया। वह करीब 6 महीने से उनके घर में काम कर रहा था। प्रांरंभिक जांच में पता चला है कि यासिर व्यवहार में काफी अक्रामक था। आतंकी संगठन टीआरएफ ने इसकी जिम्मेदारी लेते हुए कहा है कि “हमारे स्पेशल स्क्वायड ने जम्मू के उदयवाला में खुफिया ऑपरेशन को अंजाम दिया और डीजी पुलिस जेल हेमंत कुमार लोहिया की हत्या कर दी।”
हालांकि डीजीपी जम्मू कश्मीर दिलबाग सिंह ने अपराध स्थल का दौरा किया। आतंकी लिकं के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी तक की जांच में कोई आतंकी लिंक के सबूत नहीं मिले हैं। आतंकी संगठन बेशर्मी से हर अपराध को अपने नाम करने की कोशिश में रहता है। मामले में अभी जांच जारी है। वहीं इस मामले में संजीव खजूरिया के छोटे भाई राजू खजूरिया को पुलिस ने देर रात हिरासत में लिया। देर रात एडीजीपी मुकेश सिंह, एडीजीपी आलोक कुमार, डीआईजी विवेक गुप्ता समेत अन्य आला अफसर भी मौके पर पहुंच गए। देश के ग्रहमंत्री अमित शाह सोमवार से जम्मू कश्मीर में तीन दिवसीय दौरे पर हैं। ऐसे में घटना होने से हड़कंप मचा हुआ है।