बिहार: नवादा जिले की आदर्श सोसायटी में एक ही परिवार के छह लोगों ने जहर पीकर सामूहिक आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि परिवार कर्ज में डूबा था और सूदखोरों द्वारा वसूली की प्रताड़ना से परेशान था। पुलिस ने इस मामले में तीन सूदखोरों को गिरफ्तार किया है। मरने वालों में परिवार का मुखिया केदारनाथ गुप्ता, उसकी पत्नी अनिता और चार बच्चे शामिल हैं। उन्होंने एक मजार पर जाकर जहर खाया है।
जानकारी के अनुसार, मूलरूप से रजौली के रहने वाले केदारनाथ गुप्ता अपने परिवार के साथ नवादा शहर के न्यू एरिया में किराये के मकान में रहकर नवादा के विजय बाजार में फल की दुकान चलाता था। उसने कुछ लोगों से कर्ज लिया था जिसे वह चुका नहीं पाया। कर्जदाता केदारनाथ गुप्ता पर पैसा चुकाने का दबाव बना रहे थे। इसके लिए परिवार के अन्य सदस्यों को भी प्रताड़ित किया जा रहा था। इसी से तंग आकर पूरे परिवार ने सामूहिक रूप से यह खौफनाक कदम उठाया।
बताया गया की बुधवार शाम केदारनाथ गुप्ता अपने परिवार के साथ शोभिया कृषि फार्म हाउस के पास एक मजार पर पहुंचे। वहां केदारनाथ गुप्ता, उनकी पत्नी, बेटी गुड़िया कुमारी (20 साल) व शबनम कुमारी (19 साल) शाक्षी (18 साल) तथा बेटा प्रिंस कुमार (17 साल) ने एक साथ जहर पी लिया। इनमें से केदारनाथ और आरती की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि प्रिंस, शबनम और गुड़िया ने भी एक-एक कर दम तोड़ दिया। वहीं अस्पताल में इलाज के दौरान साक्षी की भी मौत हो गई। पुलिस ने कहा कि अभी मामले की जांच चल रही है