समृद्धि एक्सप्रेस हाईवे डिप्टी CM देवेन्द्र फडणवीस की महत्वाकांक्षी परियोजना है। इसका नाम ‘हिंदू हृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे’ महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग है।
महाराष्ट्र के ठाणे में समृद्धि एक्सप्रेस हाईवे पर सोमवार देर रात शाहपुर के पास सरलांबे में हाईवे पर रात लगभग 2:00 बजे पुल निर्माण के दौरान एक गर्डर लॉन्चिंग मशीन लगभग 100 फिट ऊंचाई से गिर गई। भारी भरकम मशीन के नीचे दबने से 17 मजदूरों की मौत हो गई। जबकि इसके नीचे अब भी कुछ मजदूरों के दबे होने की आशंका है। इस घटना को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने घटना को दुर्घटनापूर्ण बताते हुए मृतकों के परिवार को 5 लाख रुपए मुआवजा देने को घोषणा की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शाहपुर सब-डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में 15 शव लाए जा चुके हैं।
हादसे के बारे में बताया गया कि मुंबई से नागपुर के बीच बन रहे समृद्धि एक्सप्रेस वे पर रात को निर्माण कार्य चल रहा था।रिपोर्ट्स के अनुसार,1:30 बजे एक गर्डर लॉन्चिंग मशीन लगभग 100 फीट की ऊंचाई से नीचे गिर गई। जिसके नीचे मजदूर दब गए। हादसे वाली जगह पर NDRF की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है। NDRF के असिस्टेंट कमांडर सारंग कुर्वे ने बताया कि रेस्क्यू का काम सुबह 5:30 बजे से जारी है। दरअसल, गर्डर मशीन का वजन काफी होने से उसे जल्दी से हटाया नहीं जा सका। भारी मशीन गिरने की वजह से रेस्क्यू टीम को मलबा हटाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
आपको बता दें कि, मुंबई और नागपुर को जोड़ने वाला 701 किमी लंबे एक्सप्रेसवे पर पिछले छह महीने में हुए हादसों में सैकड़ों लोगो की जान जा चुकी है। पिछले महीने भी समृद्धि एक्सप्रेसवे पर हुए एक हादसे में 25 लोग मारे गए थे। दरअसल नागपुर से पुणे जा रही बस बुलढाणा जिले के सिंदखेड़ाराजा के पास पिंपलखुटा गांव के पास टकराकर पलट गई और उसमें आग लग गई थी। बस में 33 लोग सवार थे, जिसमें 25 की जलने से मौके पर मौत हो गई। यह हादसा भी रात में हुआ था।