मध्यप्रदेश: इंदौर के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर हादसे में अब तक 35 लोगों की जान चली गई है। 20 से ज्यादा लोगों का अभी इलाज चल रहा है। देर रात तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलता रहा। शुक्रवार सुबह रेस्क्यू दोबारा शुरू किया गया। बावड़ी की दीवारें और स्लैब तोड़ी जा रही है। रात 12 से 1.30 बजे के बीच 16 शव और निकाले गए। आर्मी ने भी मोर्चा संभाल रखा है। प्रशासन की भी कई टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल हैं। बावड़ी से काला पानी निकल रहा है, जिससे टीम को परेशानी आ रही है। अनुमान लगाया जा रहा है की कई लोग अभी तक लापता हो सकते है।
दरअसल, आपको बता दें कि गुरुवार को रामनवमी पर यहां पूजा की जा रही थी। 11 बजे हवन शुरू हुआ था। मंदिर परिसर के अंदर बावड़ी की गर्डर फर्शी से बनी छत पर लगभग 60-70 लोग बैठे थे। तभी अचानक स्लैब भरभराकर गिर गया। सभी लोग 60 फीट गहरी बावड़ी में जा गिरे। यह मंदिर करीब 60 साल पुराना है। घटना के बाद हड़कंप मच गया। सूचना पर प्रशासन की टीम बचाव कार्य के लिए घटना स्थल पर पहुंची। लेकिन बावड़ी में भरे पानी से बचाव कार्य बार बार प्रभावित हुआ। बावड़ी में सीवरेज का पानी भी आ रहा था। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से रस्सियों के सहारे कुएं से लोगों को निकाला।
शुक्रवार सुबह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घायलों और उनके परिजन से मुलाकात की। उन्होंने कहा- ‘घायलों का इलाज सरकार कराएगी।प्रदेश में ऐसे ढंके हुए कुएं-बावड़ी की तलाश कर खोले जाएंगे ताकि फिर कोई हादसा न हो।’ इसके बाद घटनास्थल का दौरा भी किया। अफसरों को अंदेशा है कि कुछ और शव अभी भी मलबे में दबे हो सकते हैं।