New delhi: भारत जोड़ो यात्रा पर निकले राहुल गांधी ने कांग्रेस में अध्यक्ष पद के चुनाव की गहमागहमी के बीच बड़ा बयान दिया है। उन्होने कहा है कि कांग्रेस में ‘वन मैन, वन रैंक’ का समर्थन किया है। उन्होन कहा कि मुझे उम्मीद है कि इसे बनाए रखा जाएगा। राहुल के इस बयान से कांग्रेस अध्यक्ष पद की दौड़ में सबसे आगे चल रहे राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत को बड़ा झटका लग सकता है। क्योंकि यह साफ हो गया है कि दोहरी भूमिका निभाने के लिए दो पद नहीं मिल सकते है।
बता दें कि इससे पहले गहलोत ने संकेत दिए थे कि वे राजस्थान के सीएम और अध्यक्ष दोनों पदों पर बने रह सकते हैं। लेकिन राहुल के बयान से यह बात साफ हो गई है कि अशोक गहलौत अगर कांग्रेस अध्यक्ष चुने जाते हैं तो उन्हे मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ेगा।
राहुल गांधी ने केरल में एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा, “हमने उदयपुर में एक कमिटमेंट की है, ” आज पद के दावेदारों को सलाह देते हुए कहा कांग्रेस का अध्यक्ष पद वैचारिक पद है. भारत का दृष्टिकोण सामने लाता है. उन्होंने आगे कहा कि अध्यक्ष पद पर मेरी स्थिति स्पष्ट है.
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- 71 वर्षीय अशोक गहलोत को कांग्रेस अध्यक्ष के लिए गांधी परिवार की पसंद माना जाता है, लेकिन वे राजस्थान में अपनी मुख्यमंत्री की भूमिका नहीं छोड़ना चाहते. अगर वे ऐसा करते हैं तो उन्हें लगता है कि उनकी जगह सचिन पायलट ले लेंगे, जिनकी बगावत के कारण 2020 में उनकी सरकार लगभग गिरते-गिरते बची थी.
कांग्रेस ने इस साल की शुरुआत में राजस्थान के उदयपुर में “एक आदमी, एक पद” नियम अपनाया था, जहां तीन दिवसीय बैठक में आंतरिक सुधारों और चुनावों पर चर्चा की गई थी. राहुल गांधी के ये शब्द गहलोत के लिए एक झटके के समान ही हैं, जो लगातार संकेत दे रहे थे कि वे दो पदों पर रह सकते हैं. उन्होंने बुधवार को सोनिया गांधी से भी मुलाकात की थी.
राहुल ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कहा कि इसका लक्ष्य नफरत और हिंसा कम करना है. गरीबी-अमीरी की खाई बेइंतहा बढ़ी है. हिंसा और सांप्रदायिकता पर हमारी जीरो टॉलरेंस नीति है. ये यात्रा मेरी नहीं लोगों की है, मैं सिर्फ इस यात्रा का हिस्सा बना हूं.