उत्तर प्रदेश: खेतों में कटीले तार लगाने के बावजूद भी आवारा पशु फसलों को उजाड़ रहे है। किसान अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए पहरा देने को मजबूर हैं। लेकिन योगी सरकार ने किसानों के दर्द को ना समझते हुए आवारा पशुओं को खेत में जाने से रोकने के लिए लगाए जाने वाली कटीले और ब्लेड वाले तारों पर प्रतिबंध लगा दिया है। सरकार ने किसानों को अपने खेतों में सामान्य रस्सियों का इस्तेमाल करने का निर्देश देने को कहा है।
दरअसल,सरकार का मानना है कि किसानों द्वारा खेतों में लगाए जा रहे ब्लेड और कटीले तारों से पशुओं को हानि पहुंच रही थी। इन तारों वे घायल हो रहे हैं। पशु सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए शासन ने अब इन कटीले तारों को खेतों में लगाने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है। साथ ही डीएम को आदेश दिया है कि वह इनको हटवाकर सामान्य रस्सी का किसानों से प्रयोग कराएं।
किसानों द्वारा अपनी फसल सुरक्षा के लिए कटीले तार लगाकर खेतो में पशुओं के प्रवेश को रोककर पशु क्रूरता निवाररण अधिनियम का उल्लंघन किया जा रहा है। पशुओं के साथ गलत व्यवहार, उनको यातना या पीड़ा देना इस अधिनियम में आता है। वहीं कटीले और ब्लैड वाले तारों से घायल हो रहे आवारा पशुओं के लिए यह अधिनियम लागू होता है।
प्रदेश के अपर मुख्य सचिव डॉक्टर रजनीश दुबे ने सभी जिले के डीएम को भेजे पत्र में कहा है कि पशु क्रूरता को रोके जाने के लिए किसानों द्वारा प्रयोग किए जा रहे कटीले व ब्लेड वाले तारों पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया जाए। इन तारों को खेतों में किसान नहीं लगा सकेंगे। साथ ही जहां पर ये तार लगे हैं उनको हटाकर किसान सामान्य रस्सी का प्रयोग कर सकेंगे।