सब्जी विक्रेताओं की माने तो बाजार में प्याज की कमी है, जो प्याज अभी हफ्ते दिन पहले 20 से 30 रुपये किलोग्राम बिक रहा था, अचानक उसकी कीमत 80-90 रुपये के पार जा चुकी है। दिवाली से पहले प्याज की बढ़ती कीमत ने लोगों के घर के बजट पर प्रभाव डालना शुरू कर दिया है।
नवरात्रि खत्म हो एकाएक प्याज की बढ़ती कीमत ने लोगों को रुलाना शुरू कर दिया। दो तीन दिनों में ही प्याज की कीमत रॉकेट की रफ्तार से भागकर 20 रुपए किलो से 80-90 रूपये किलो पहुंच गई हैं। अगर इसी रफ्तार से प्याज के दाम बढ़ते रहे तो आने वाले कुछ दिनों में प्याज की कीमत 100-120 रुपये के पार पहुंच जाएगी। प्याज की बढ़ी कीमत से नाराज लोगों का कहना है कि टमाटर के बढ़े दामों की वजह से लंबे समय तक घर का बजट बिगाड़ा, अब प्याज की महंगाई के रुलाने लगी है।
दरअसल, प्याज की सबसे ज्यादा पैदावार महाराष्ट्र में होती है। लेकिन मॉनसून की बारिश में देरी की वजह से इस बार वहां पर खरीफ सीजन के प्याज का एक महीने लेट हो गया। जिसका असर उसके दाम पर पड़ रहा है। अगले महीने नवंबर-दिसंबर तक बाजार में नया माल आ जाएगा। नए माल के आने तक प्याज की कीमत कम होने की उम्मीद नहीं है। प्याज की आमद कम होने की वजह से इसकी कीमत बढ़ रही है।हालात ये है कि सरकार की कोशिशों के बाद भी प्याज की कीमत नियंत्रित नहीं हो पा रही है। हालांकि उम्मीद है कि कई राज्यों में विधानसभा चुनावों को देखते हुए प्याज की कीमत को नियंत्रित करने के लिए सरकार कोई ठोस कदम उठाएगी।