कुवैत में भीषण अग्निकांडǃ इमारत में आग लगने से 41 लोग जिंदा जले‚ मरने वालो में 10 भारतीय

3 Min Read

कुवैत के मंगाफ शहर की एक इमारत में आग लग गई। इसमें 41 लोग मारे गए हैं, जिनमें कम से कम 10 भारतीय हैं। 5 केरल के रहने वाले थे। हादसे में 50 से ज्यादा लोग जख्मी हैं। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, कुवैत के समयानुसार ये हादसा सुबह करीब 6 बजे हुआ।

तड़के लगी आग तेजी से पूरी इमारत में फैल गई। कई लोग इमारत के अंदर ही फंसे रह गए। आग लगने की वजह का अब तक पता नहीं चला है। मेजर जनरल ईद रसीद हमद ने न्यूज एजेंसी को बताया कि इस इमारत में कई सारे प्रवासी मजदूर रहते हैं।

कुवैत में हुए हादसे पर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर का बयान भी सामने आया है। सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिए उन्होंने कहा, “कुवैत में हुए हादसे से स्तब्ध हूं। वहां करीब 40 लोगों की मौत हुई है। हम डीटेल्स सामने आने का इंतजार कर रहे हैं। भारतीय राजदूत घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। जिन लोगों ने अपने परिजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं हैं।”

कुवैत में इमारत में लगी आग में 50 लोग घायल हुए हैं।
कुवैत में इमारत में लगी आग में 50 लोग घायल हुए हैं।
कुवैत में भारत के राजदूत आदर्श स्वाइका घटनास्थल का मुआयना करते हुए।

भारतीय दूतावास ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया
कुवैत में भारतीय दूतावास ने इस घटना के बाद एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है। दूतावास ने पोस्ट कर कहा- आज भारतीय कामगारों के साथ हुई दुखद दुर्घटना के संबंध में एक आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। ये नंबर है- +965-65505246। संबंधित अपडेट के लिए इस हेल्पलाइन नंबर से जुड़े। दूतावास आपकी हर संभव सहायता करने के लिए प्रतिबद्ध है।

कुवैत के एक सीनियर पुलिस कमांडर ने कहा कि एक ही कमरे में कई-कई लोग रहते हैं। ये मजदूर पैसा बचाने के लिए ऐसा करते हैं। हम इसे लेकर समय-समय पर चेतावनी भी देते रहते हैं कि बिना जानकारी दिए कोई भी बिल्डिंग में न रहे।

तस्वीर में कुवैत की जली हुई बिल्डिंग दिख रही है।

कुवैत सरकार ने बिल्डिंग के मालिक की गिरफ्तारी का आदेश दिया
कुवैत के गृह मंत्री शेख फहद अल-युसूफ अल-सबह ने बिल्डिंग के मालिक को गिरफ्तार करने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से रियल स्टेट मालिक के लालच की वजह से ऐसी घटनाएं होती हैं। ज्यादा किराए के लालच में बिल्डिंग ओनर्स एक ही कमरे में कई लोगों को ठहराते हैं। इस दौरान इमारत की सुरक्षा व्यवस्था को ताक पर रख दी जाती हैं।

कुवैत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, जिस बिल्डिंग में आग लगी, उसमें 160 से ज्यादा लोग रह रहे थे। गृह मंत्री ने यह भी बताया कि इमारत में कई लोग अवैध तरह से रह रहे थे, जिसकी वजह से ये किस देश के नागरिक हैं, इसका पता नहीं चल पाया है।

Share This Article
Exit mobile version