उत्तर प्रदेश: कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के वृंदावन स्थित गौरी गोपाल आश्रम के सामने शुक्रवार की सुबह दो महिलाओं के शव मिलने से सनसनी फैल गई है। महिलाओं की मौत कैसे हुई, यह अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर के पोस्टमार्टम के लिए भेज कर जांच में जुटी गई है।
दरअसल, वृंदावन की संत कॉलोनी में भागवत कथावाचक अनिरुद्धाचार्य का गौरी गोपाल आश्रम है। शुक्रवार की सुबह आश्रम के बाहर दो महिलाओं के शव मिलने से हड़कंप मच गया। दोनों महिलाओं की पहचान 61 वर्षीय चंपा गुप्ता निवासी लखनऊ और 68 वर्षीय सुशीला देवी निवासी बिहार के रूप में हुई है। जिसकी सूचना पुलिस को दी गई। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंच गई। शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा कर मामले की जांच शुरू कर दी।
माता सीता और द्रोपदी पर टिप्पणी के बाद गौरी गोपाल आश्रम सुर्खियों में है। वहीं शुक्रवार को दो महिलाओं के शव मिलने पर स्थानीय लोगो ने आरोप लगाया है। उनका कहना है कि अनिरुद्धाचार्य द्वारा महिलाओं की सेवा, भोजन वितरण आदि सेवाओं का प्रचार प्रसार तो खूब किया जाता है, लेकिन आश्रम में कथा सुनने आने वाले श्रद्धालुओं के विश्राम की कोई व्यवस्था नहीं की जाती है। उनके साथ बुरा बर्ताव किया जाता है।
बाबा मनमोहन दास ने महिलाओं की मौत का जिम्मेदार गौरी गोपाल आश्रम प्रबंधन को मानते हुए कहा कि आश्रम में रात में श्रद्धालुओं को रुकने तक नहीं दिया जाता। आश्रम के लोग महिलाओं को पीटकर बाहर भगा देते हैं, जिससे श्रद्धालुओं को बाहर सोना पड़ता है। हालांकि अभी तक महिलाओं की मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है।
वृंदावन कोतवाली प्रभारी सूरज प्रकाश शर्मा ने बताया कि मृतकों के परिजनो को सूचना दे दी गई है। उनके आने के बाद ही पोस्टमार्टम कराया जाएगा। उनका कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों की जानकारी हो सकेगी।