उत्तर प्रदेश: सीतापुर जिले के एक नामचीन आवासीय विद्यालय में गोंडा से आकर पढ़ाई करने वाली कक्षा नौ की छात्रा ने एक बच्ची को जन्म दिया। पेट दर्द की शिकायत पर छात्रा का अल्ट्रासांउड कराने पर उसके गर्भवती होने का पता चला। जिसके बाद विद्यालय प्रशासन ने छात्रा के अभिभावक को सूचना दी। स्कूल प्रशासन की सूचना पर छात्रा के भाई व भाभी पहुंचे और उनकी सहमति से निजी अस्पताल में प्रसव कराया गया जहां छात्रा ने एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया।लोक लाज के चलते छात्रा के भाई ने किसी तरह की कार्रवाई से मना कर दिया और उसे लेकर घर चले गए।
जानकारी के अनुसार, सीतापुर जिले के कमलापुर थाना क्षेत्र में के एक नामचीन आवासीय विद्यालय में प्रदेश के कई जनपदों के छात्र-छात्राएं यहां अध्ययनरत हैं। इस नामचीन आवासीय विद्यालय में एक फरवरी को कक्षा नौ की एक छात्रा (14 वर्ष) ने पेट में दर्द की शिकायत की।विद्यालय प्रशासन ने छात्रा के अभिभावक को खबर दी गई तो अगले दिन दो फरवरी की सुबह छात्रा के भाई व भाभी यहां पहुंचे और उसे अस्पताल ले गए। जहां उसका अल्ट्रासाउंड किया तो छात्रा साढ़े आठ माह की गर्भवती निकली। जहां देर रात उसने एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया।
आवासीय विद्यालय में रहने वाली एक छात्रा गर्भवती थी और किसी को भनक तक नहीं लग सकी। गर्भ धारण करने के नौ माह बाद प्रसव होता है। तीन से चार माह बाद लक्षण नजर आने लगते हैं। ऐसे में छात्रा के गर्भवती होने की विद्यालय प्रशासन को भनक तक नहीं लग सकी, यह बात किसी के गले नहीं उतर रही है। बच्ची को जन्म देने की खबर से हर कोई अवाक है।
हिंद इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल सांइस के सीएमएस डॉ. रवि सिन्हा बताते हैं कि रात एक बजे छात्रा ने बच्ची को जन्म दिया। तीन फरवरी को छात्रा का भाई अस्पताल से उसे डिस्चार्ज कराकर घर लेकर चला गया।आवासीय विद्यालय की प्रिंसिपल का कहना है कि छात्रा को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी होने पर अभिभावक को बुलाकर उनके साथ छात्रा को भेज दिया गया था। एएसपी दक्षिणी एनपी सिंह ने बताया मामले की जांच की जा रही है।