यति नरसिंहानंद पर यूएपीए व एनएसए के तहत कार्रवाई की मांग

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कैराना। गाज़ियाबाद के डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद महाराज द्वारा पैगंबर मोहम्मद साहब पर अभद्र टिप्पणी करने पर मुस्लिम समाज मे रोष व्याप्त है। मंगलवार को जामा मस्जिद के सामने सैंकड़ों लोगों ने प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की और महामहिम राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन पत्र एसडीएम कैराना को सौंपा।

मंगलवार को मौलाना ताहिर के नेतृत्व में सैंकड़ों लोग जामा मस्जिद के सामने एकत्रित हुए,जहाँ उन्होंने गाज़ियाबाद के डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद महाराज द्वारा पैगंबर मोहम्मद साहब पर अभद्र टिप्पणी करने के विरोध में प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाज़ी की। साथ ही महामहिम राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापत पत्र एसडीएम कैराना स्वप्निल कुमार यादव को सौंपा। ज्ञापन पत्र में कहा गया है कि यति नरसिंहानंद जैसे लोग द्वेष भावना पैदा कर समाज में ज़हर घोलकर देश की एकता व अखंडता को तोड़ना चाहते हैं।

अगर समय रहते यति नरसिंहानंद जैसे लोगों पर सख्त कार्रवाई नही की गई तो देश व समाज का ताना बाना बिखर जाएगा।नबी की शान में गुस्ताखी करने वाले यति नरसिंहानंद महाराज पर सरकार द्वारा मामूली धाराओं में कार्रवाई की गई है,जिससे प्रतीत हो रहा है कि कहीं न कहीं उसे लाभ पहुंचाया जा रहा है।उसके खिलाफ सरकार एयूपीए व एनएसए के तहत कार्रवाई करे और उसके बैंक एकाउंट फ्रीज़ किये जायें। साथ ही पूरे प्रकरण की गहन जांच कर नबी की शान में की गई अभद्र टिप्पणी के पीछे क्या मंशा है और पर्दे के पीछे इसे कौन हैंडल कर रहा है।

यति नरसिंहानंद बार-बार नबी की शान में गुस्ताखी कर समाज व देश में साम्प्रदायिक झगड़े कराने चाहते हैं।मौलाना ताहिर ने कहा कि यति नरसिंहानंद महाराज ने ऐसी टिप्पणी की है,जिसे कोई भी मुसलमान न तो सुनना पसन्द करेगा और न ही बर्दाश्त स्करेगा। पहले भी उनके द्वारा अभद्र टिप्पणी की गई थी। उस समय हल्की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। और न्यायालय द्वारा उन्हें सशर्त ज़मानत दी गई थी और कहा गया था कि दुबारा ऐसी टिप्पणी नही होनी चाहिए,लेकिन वह अपनी हरकतों से बाज़ नही आये। उनकी जमानत रद्द करके सख्त धाराओं में मुदकमा दर्ज हो,जो एक नज़ीर बने। उन्होंने कहा कि किसी भी समाज के धर्मगुरुओं पर अभद्र टिप्पणी करने का अधिकार किसी को भी नही है।

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