आगरा से उदयवीर सिंह की रिपोर्ट
आगरा जनपद में 26 जनवरी को हुए धर्मशाला हादसे में आधा दर्जन से ज्यादा मकान जमींदोज हो गए थे. इस पूरी घटना में एक बच्ची की मौत भी हो गई थी वही 3 लोग घायल भी हुए थे. इस हादसे में क्षतिग्रस्त मकानों को हटाने के लिए अब सेना का सहारा लिया जा रहा है. इसके साथ ही इस अभियान के लिए आगरा के जिला अधिकारी ने एक कमेटी बनाई है| इस कमेटी में चीफ इंजीनियरिंग(CHIEF INGINEER) ADA, नगर निगम, मेट्रो के अधिकारियों के अलावा सेना के जवानों का सहयोग लिया जा रहा है|जो मकान क्षतिग्रस्त हुए है, उनको को ढहाने की कार्रवाई शुरू करने से पहले इंजीनियर और एक्सपर्ट्स के अलावा सेना के अधिकारियों की राय ली जा रही है |
आगरा के एडीएम सिटी ने बताया है कि क्षतिग्रस्त मकानों को गिराने से पहले सैकड़ों मिट्टी से भरी बोरियों के द्वारा बेस तैयार किया जाएगा. मिट्टी से बेस मजबूत हो जायेगा उसके बाद में क्षतिग्रस्त मकानों को गिराने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. इस काम के लिए मेट्रो, आगरा नगर निगम,(NAGAR NIGAM) पीडब्ल्यूडी,(PWD) आगरा विकास प्राधिकरण के अलावा सेना के अधिकारियों का सहयोग लिया जा रहा है. किसी भी जानमाल की हानि ना हो इसके लिए पहले से ही आसपास के 50 से ज्यादा मकानों को खाली करवा लिया गया है.यहाँ रहने वाले परिवारों को शेल्टर होम में शिफ्ट कर दिया गया है.
हादसे होने के बाद स्थानीय लोगों में डर का माहौल बना हुआ है. सभी लोग आरोपियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. आपको बता दे घटना की सूचना पर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली थी. उन्होंने पीड़ितों को ढांढस बंधाया था. घटना के बाद पुलिस आयुक्त डॉ प्रीतिंदर सिंह ने कहा कि इस घटना के लिए जो भी लोग दोषी है, उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई कर कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी |