Punjab: पूरे गांव पर चला बुलडोजर‚ मासूम बच्चों के साथ 3 दिन से खुले आसमान के नीचे रात काट रहे हैं सैकडों लोग

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खुले आसमान के नीचे रखा बेघर लोगों का सामान
खुले आसमान के नीचे रखा बेघर लोगों का सामान

Jalandhar: पंजाब के जालंधर में 3 दिन पहले कोर्ट के आदेश के बाद एक पूरे गांव को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया।  इसके बाद सैकड़ों परिवार ठंड के इस मौसम में खुले आसमान के नीचे आ गए हैं।  इन परिवारों में दर्जनों छोटे-छोटे मासूम बच्चे हैं। बड़ों के साथ-साथ यह मासूम भी खुले आसमान के नीचे इस कड़कड़ाती सर्दी में रात काटने को मजबूर है। वहीं राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने अभी तक इन लोगों के बारे में कोई बंदोबस्त नही किया है।

आपको बता दें कि बीते 9 दिसंबर को पंजाब के जालंधर में पिछले 60 वर्षों से रह रहे लतीफपुर गांव के लोगों को कोर्ट के आदेश पर बेघर कर दिया गया। पुलिस प्रशासन ने पूरे गांव पर बुलडोजर चला दिया और कुछ ही घंटो में पूरा गांव मलबे में तबदील हो गया।

घर टूटने पर मां से शिकायत करती एक नन्नी मासूम

इस दौरान सैकड़ों महिलाएं‚ बुजुर्ग और बच्चे रोते रहे और अपने घरों को बचाने का प्रयास करते रहे।  लेकिन पुलिस के सामने उनकी एक नहीं चली। कई लोगों को तो पुलिस ने हिरासत में भी ले लिया। हालांकि बाद में उन्हे छोड़ दिया गया। कोर्ट के आदेश पर पुलिस की इस कार्यवाही से हर किसी के दिल में अक्रोश है।

जालंधर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट ने जीता केस

बता दें कि जालंधर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए इस पूरे गांव को अवैध घोषित कर तोड़ने का आदेश दिया था।  कोर्ट के आदेश पर प्रशासन ने भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर लतीफपुरा गांव को मलबे में तब्दील कर दिया। याचिका में आरोप है कि यह सभी लोग पाकिस्तान से आकर अवैध रूप से यहां बसे थे। 

रात को ठंड से बिलख रहे हैं बच्चे‚ 3 दिन से नही जले चूल्हे

हमारे संवाददाता ने मंगलवार रात माैके पर जाकर इन लोगों के बारे में जानकारी लेनी चाही ताे हालात देखकर वो भी हैरान रह गए। कई बच्चे अपने माता-पिता की गौद में सोते हुए नजर आए। वहीं कुछ छोटे-छोटे मासूम तो ठंड से ठिठुरते हुए रोते मिले। एक छोटी बच्ची तो अपनी मां से अपने कमरे में सोने की जिद करती रही। बेबस मां उसे चुप करते हुए खुद भी रोने लगी। 

शासन-प्रशासन ने नही ली सुध

मलबे में तब्दील अपने घर को निहारते हुए बेबस बुजुर्ग

हमारे संवाददाता ने बताया कि पिछले तीन दिनों से इन लोगों के घरों में चूल्हे तक नही जले हैं। ये लोग खुले आसमान के नीचे अपने सामान के साथ बैठे हुए हैं। हालांकि एक-दो सामाजिक संगठनो ने इन्हे दिन में खाना उपल्बध जरूर कराया है। दूसरी ओर स्थानीय प्रशासन ने अभी तक इन लोगों की कोई सुध नही ली है। बच्चे और महिलाएं खुले आसमान के नीचे बैठकर रातें काट रहे हैं। इन मजबूर लोगों का यह दृश्य देखकर किसी की भी आंखे भर आती हैं।

मदद के बजाए आप नेता ने कांग्रेस को ठहराया जिम्मेदार

मंगलवार को लतीफपुरा में इन बेघर लोगों का दुख बांटने आए आम आदमी पार्टी के नेता सुरिंदर सिंह सोढी से जब पत्रकारों ने पूछा कि पंजाब की आप सरकार इन बेघर लोगों के लिए क्या करेगी। इसे सुनकर आप नेता सोढी ने पत्रकारों को ही नसीहत दे डाली कि आप मुद्दे को हवा न दो। उन्होंने कहा कि इससे पहले पंजाब की जो सरकारें रही हैं, उनको इनके बारे में सोचना चाहिए था।

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