मेरठ। मेडिकल हॉस्पिटल में लापरवाही का अंबार, ICU में शिफ्ट करने के दौरान ऑक्सीजन खत्म होने से महिला की मौत

ईसीयू में शिफ्ट करने के दौरान ऑक्सीजन खत्म होने से महिला की सांस उखड़ने लगी और उसकी तड़प तड़प कर मौत हो गई, जिसके बाद महिला के परिवार वालों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया।

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मेरठ। मेडिकल हॉस्पिटल में डॉक्टरों की लापरवाही के मामले लगातार प्रकाश में आ रहे हैं ऐसा ही एक मामला बृहस्पतिवार को देखने को मिला जहां आईसीयू में शिफ्ट करने के दौरान ऑक्सीजन खत्म होने से महिला की सांस उखड़ने लगी और उसकी तड़प तड़प कर मौत हो गई, जिसके बाद महिला के परिवार वालों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। हंगामा के बाद अस्पताल के सीएमएस ने किसी तरह मृतक महिला के परिवार वालों को समझ कर शांत करने के बाद मामले में जांच के बाद दोषियों पर कार्यवाही की बात कही है।

मेडिकल हॉस्पिटल के सर्जरी विभाग से रिटायर्ड कर्मचारी त्रिलोक की पत्नी इंद्रावती को सांस लेने में दिक्कत होने के चलते मेडिकल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। बृहस्पतिवार रात को इंद्रावती की हालत बिगड़ने पर डॉक्टर ने महिला को आईसीयू विभाग में शिफ्ट कर दिया। जिसके बाद वार्ड ब्वाय ऑक्सीजन लगाने के बाद महिला को स्ट्रेचर पर लेकर आईसीयू की ओर चल दिए कुछ दूर चलने पर महिला तड़पने लगी इस दौरान महिला के परिवार वालों ने महिला को ले जा रहे वार्ड बॉय से कहा कि सिलेंडर का ऑक्सीजन समाप्त हो चुका है लेकिन वार्ड बॉय ने इस और ध्यान नहीं दिया तभी महिला इंद्रावती को लंबी-लंबी सांस आने लगी और तड़पते हुए उसने दम तोड़ दिया।

इसके बाद मृतक महिला इंद्रावती के परिवार वालों ने हंगामा कर दिया मामले की सूचना मिलने पर हॉस्पिटल के सीएमएस वह अन्य डॉक्टर मौके पर पहुंच गए और किसी तरह हंगामा कर रहे परिवार के लोगों को समझाकर शांत करने के बाद मामले की जांच कराकर कार्यवाही का आश्वासन दिया।

महिला का इलाज कर रहे डॉक्टर संदीप मालियान ने बताया कि महिला का हीमोग्लोबिन उत्तर बहुत कम था इसी के चलते उसे सांस लेने में परेशानी हो रही थी ऑक्सीजन सिलेंडर की ऑक्सीजन समाप्त होने की बात गलत है।

हालांकि मेडिकल हॉस्पिटल में लापरवाही का पहला मामला नहीं है अभी उसे दिन पूर्व ही हॉस्पिटल में फर्श पर पड़े एक मरीज का तड़पते हुए वीडियो वायरल हुआ था जबकि मरीज के पास ही डाक्टर मौजूद थे लेकिन मरीज को तड़पते हुए देखने के बाद भी उसे उपचार नहीं दे रहे थे। वायरल वीडियो प्रकाश में आने पर सीएमओ अखिलेश मोहन ने एक जांच टीम का गठन करते हुए 3 दिन में रिपोर्ट देने की बात कही थी।

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