New Delhi: नेशनल पहलवानो के धरना-प्रदर्शन के आगे आखिरकार मादी सरकार को झुकना पड़ गया है। भारी दबाव के बीच सरकार ने कार्रवाई करते हुए बृजभूषण सिंह को अस्थायी रूप से कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद से हटा दिया है। सरकार के इस फैसले का स्वागत करते हुए भारतीय कुश्ती महासंघ के खिलाफ पहलवानों ने भी अपना धरना समाप्त कर दिया है।
आपको बता दें कि बुधवार को दिल्ली के जंतर मंतर पर भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ 30 भारतीय पहलवानों ने धरना देना शुरू किया था। इन पहलवानो ने बृजभूषण सिंह पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. हालांकि, बृजभूषण ने आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया और पहलवानों को दोषी ठहराया था।
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बृजभूषण के आरोपों का पहलवानों पर कोई असर नहीं हुआ और विरोध जारी रहा। इस बीच खेल मंत्रालय और कुश्ती महासंघ ने बातचीत के जरिए मामले को सुलझाने की कोशिश की, लेकिन सारी कोशिशें नाकाम रहीं. पहलवान अपनी मांग पर अड़े रहे। इस मामले को लेकर पिछले तीन दिन से केन्द्र सरकार को भी भारी आलोचना झेलनी पड़ रही थी। सोशल मीडिया पर भी सरकार की किरकिरी हो रही थी।
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इन सब बातों को देखते हुए अंत में पहलवानों के सामने बृजभूषण का दांव कमजोर पड़ गया। मामले में फैसला लेते हुए बृजभूषण सिंह को अस्थायी रूप से कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है। सरकार के इस फैसले का पहलवानो ने भी स्वागत किया है और अपना धरना शुक्रवार देर रात खत्म कर दिया है। शुक्रवार रात पहलवानों ने खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से बातचीत की इसके बाद ही बृजभूषण शरण सिंह को कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद से अस्थाई रूप से हटा दिया गया.