Meerut: भारत की गुरुकुल शिक्षा पद्धति मानवता को जोड़ने का कर रही है काम-उज्बेकिस्तान के खेल मंत्री।

Manoj Kumar
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गुरूकुल के छात्रों के साथ उज्बेकिस्तान के खेल मंत्री
गुरूकुल के छात्रों के साथ उज्बेकिस्तान के खेल मंत्री

मेरठ/जानी खुर्द– शुक्रवार को गुरुकुल प्रभात आश्रम टीकरी में उज्बेकिस्तान के खेल मंत्री अदखम एकरामोव भारत मे उज्बेकिस्तान के राजदूत दिलशोद अखतोव सहित चार सदस्य प्रतिनिधि मंडल के साथ आश्रम में शिक्षा प्रणाली व धनुर्विद्या को देखने व समझने के लिए पहुंचे। उज्बेकिस्तान के खेल मंत्री अदखम एकरामोव ने कहा कि भारत में गुरुकुल शिक्षा शिक्षा के साथ-साथ मानवता को जोड़ने का काम कर रही है।

उन्होंने कहा कि भारत मे शिक्षा दुनिया में खासकर यूरोपीय देशों से सस्ती व गुणवत्तापरक है।भारत के देहात के क्षेत्र में गुरुकुल शिक्षा जीवन बनाने का केंद्र है। उज्बेकिस्तान के खेल मंत्री अदखम एकरामोव ने कहा कि भारत मे ऋषि मुनि,तपस्वी प्रभात आश्रम के कुलपति स्वामी विवेकानंद सरस्वती 2 से 4 घण्टे ध्यान लगाकर विश्व कल्याण में लगे हुए है। प्रभात आश्रम टीकरी भी विश्व कल्याण के काम मे निरन्तर आगे बढ़ रहा है।

खेल मंत्री अदखम ने कहा कि वह प्रभात आश्रम टीकरी की शिक्षा पद्धति व धनुधर शिक्षा को दिल मे यदि बनाकर संजोकर ले जा रहे है।उज्बेकिस्तान के मंत्री ने अपने देश मे सितंबर में होने वाली 63 देशो की मैत्रीय खेल प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए स्वामी जी विवेकानंद सरस्वती, तीरंदाजी संघ के सेकेट्री अजय गुप्ता व उनके पुत्र वासु को निमंत्रण भी दिया।उन्होंने कहा कि भारत दुनिया मे एक महत्वपूर्ण देश है।

सयुक्त राष्ट्र में सबसे बड़े सदस्यों में एक है और दुनिया में महत्वपूर्ण भूमिका समय समय पर भूमिका निभाता आया है।यूएनएससी में स्थायी सदस्यता में उज्बेकिस्तान साथ देगा।यूक्रेन में भारतीय छात्रो की अधूरी शिक्षा में भी उज्बेकिस्तान सहयोग का वादा करता है।भारत मे उज्बेकिस्तान के राजदूत दिलशोद अखतोव ने कहा की भारत की सरकार खेलों पर विशेष ध्यान दे रही है,जिसका प्रभाव ओलम्पिक व एशियाड आदि खेलों में दिख रहा है।

आश्रम के कुलपति स्वामी परमपूज्य विवेकानंद सरस्वती ने अपने आशीर्वचन में कहा कि गुरुकुल व संस्कृत दुनिया की सबसे पुरानी पद्धति है दोनों गुरुकुल शिक्षा व संस्कृत मानवता को जोड़ने ,व्यक्ति के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इस अवसर पर तीरंदाजी संघ के सेकेट्री अजय गुप्ता, उनके पुत्र वासु,तीरंदाजी कोच विकास, आचार्य सुबोध कुमार आदि प्रमुख रूप से थे।

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